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* पांच सूत्री मांगों को लेकर आज से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर गई आंगनबाड़ी वर्कर
छपरा, सारण
बिहार सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाकर सारण जिले के सभी परियोजना की सभी आंगनवाड़ी सेविका, सहायिका 29 सितंबर से हड़ताल प्रारंभ कर दी है। सभी प्रखंडों में सेविका व सहायिकाओं ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला व प्रदर्शन किया। इधर तरैया संवाददाता के अनुसार तरैया प्रखंड के सेकड़ों सेविका-सहायिका ने एक रैली निकालकर प्रखंड कार्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया।
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धरना पर बैठी सेविका ने बिहार सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाकर पांच सूत्री मांगों के समर्थन में राज्य के मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। सेविकाओं ने कहा कि सरकार महिलाओं की हित की बात करती है। आज महिलाओं को अपनी अधिकार के लिए सड़क पर संघर्ष करना पर रहा है। धरना में कई सेविका ने अपनी बात रखी। बोली इस बार लड़ाई बिल्कुल आर पार की है। जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तब तक हमलोग वापस कार्य पर नहीं लौटेंगे।
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धरना की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष नयन कुमारी ने किया। धरना प्रदर्शन के बाद सेविकाओं का एक शिष्ट मंडल अपनी पांच सूत्री मांगों का पत्र तरैया बीडीओ को सौंपा। पांच सूत्री मांगों में बिहार सरकार द्वारा अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि 10 हजार सुनिश्चित किया जाय, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में बिहार में भी ग्रेच्युटी भुगतान करना सुनिश्चित किया जाए, केंद्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए क्रमशः ग्रेड सी और डी में समायोजित किया जाए, जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त नहीं हो जाता है तब तक सेविकाओं को 25 हजार और सहायिकाओं को 18 हजार रुपए मानदेय दिया जाए, योग्य सहायिका से सेविका में बहाली के लिए अतिरिक्त 10 बोनस अंक देने के प्रावधान को लागू किया जाए, रिक्त सभी पदों पर सेविका और सहायिका की बहाली की जाए, 16 मई 2017 एवं 20 जुलाई 2022 के समझौते के आलोक में लंबित मांगों को लागू किया जाए समेत अन्य मांगे शामिल था। मौके पर सेविका नयन देवी, रीना देवी, शोभा देवी, गीता पाठक, संगीता देवी, इंदु राय, मधु देवी, वंदना कुमारी, संगीता देवी, लालसा देवी, गुड़िया देवी सहित काफी संख्या में सेविका-सहायिका उपस्थित थी।