सारण एक नए कारण से चर्चा में बना हुआ है। अब यहां से रोहिणी आचार्य के खिलाफ खुद लालू यादव चुनाव मैदान में उतर गए हैं। जी हां आप बिल्कुल सही सुन रहे हैं वार्ड पार्षद से लेकर राष्ट्रपति पद तक के चुनाव में दावा ठोक चुके इस लालू यादव ने अब फिर से सियारी पारी खेलने का मन बना लिया है। हालांकि ये लालू यादव रोहिणी के पिता नहीं हैं बल्कि उन्हीं के हमनाम के दूसरे व्यक्ति हैं। ये सारण लोकसभा क्षेत्र में आने वाली विधानसभा मढ़ौरा के रहने वाले लालू प्रसाद यादव हैं। इनका सबसे बड़ा परिचय यही है कि ये लालू प्रसाद यादव के हमनाम हैं और साल 2001 से ही गांव के वार्ड का चुनाव से लेकर एमएलए, एमएलसी, एमपी तक का चुनाव लड़ते रह हैं। इन्होंने दो-दो बार राष्ट्रपति चुनाव में भी अपना नामांकन करने की कोशिश की है। पूर्व के सभी चुनावों में इन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव में इन्होंने राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के बैनर तले अपना नामांकन दाखिल किया है।
अभी तक इन्होंने जितनी बार भी चुनाव लड़ा है, उन्हें कोई सफलता नहीं मिली है। हर बार इनकी हार होती है लेकिन इसके बाद भी वो हर बार अपने हौसलों के बलबूते फिर से चुनाव में खड़े हो जाते हैं। हर चुनाव में ये दोगुने उत्साह से चुनावी समर में ताल ठोकने के लिए मैदान में उतर जाते हैं। इनका कहना है कि धन-बल के हाथों मैं पराजित हो जाता हूं लेकिन इस बार मेरी जीत पक्की है। उन्होंने कहा लोगों ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद को भी देख लिया है, वर्तमान सांसद को भी 10 साल से देख रहे हैं, इस बार मुझे पूरा विश्वास है और यकीन है कि जीत इस बार मेरी ही होगी।
मढ़ौरा विधानसभा के रहने वाले हैं लालू प्रसाद यादव
हालांकि, ये लालू यादव रोहिणी आचार्य के पिता लालू प्रसाद यादव नहीं हैं, बल्कि ये छपरा लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली मढ़ौरा विधानसभा के स्थानीय निवासी लालू प्रसाद यादव हैं. ये साल 2001 से ही गांव के वार्ड का चुनाव से लेकर MLA, MLC और MP तक का चुनाव लड़ चु्के हैं. हालांकि, हर बार उन्हें असफलता ही नसीब हुई है. इसके बाद भी उन्हें उम्मीद है कि एक न एक दिन उन्हें जीत जरूर मिलेगी. लालू यादव ने दो-दो बार राष्ट्रपति चुनाव में भी अपना नामांकन करने की कोशिश की है.
पूर्व के सभी चुनावों में निर्दलीय किया है नामांकन
पूर्व के सभी चुनावों में लालू प्रसाद यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया था लेकिन इस बार उन्हें राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी (RJP) ने अपना उम्मीदवार बनाया है. इसी के मद्देनजर 26 अप्रैल को लालू प्रसाद यादव ने सारण लोकसभा सीट से अपना नामांकन किया. इसे सुन हर कोई एक पल के लिए दंग रह गया लेकिन जैसे ही सबको ये बात समझ में आई कि ये लालू यादव दूसरे लालू यादव हैं, तो RJD समर्थकों ने चैन की सांस ली.
5 बेटे और 2 बेटियों के पिता हैं लालू प्रसाद यादव
हर चुनाव में हार का सामना करने वाले लालू प्रसाद यादव को उम्मीद है कि इस बार उन्हें जीत जरूर मिलेगी. उनका कहना है कि यहां कि जनता ने RJD प्रमुख लालू यादव और वर्तमान सांसद राजीव प्रताप रूडी को भी 10 सालों से देख लिया है. मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार जनता मुझे मौका देने जा रही है. बता दें कि RJD प्रमुख लालू यादव को 7 बेटियां और 2 बेटे हैं, तो इस लालू प्रसाद यादव के 5 बेटे और 2 बेटियां हैं. यानी संतान के मामले में ये लालू यादव 2 संतान कम हैं.