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सामाजिक न्याय की घोर विरोधी भाजपा की खुल गई कलई
सारण :- जिले के पानापुर प्रखंड के भोरहाँ गांव निवासी एवं भाकपा माले जिला सचिव सभापति राय ने पटना उच्च न्यायालय द्वारा जाति आधारित गणना को जारी रखने के फैसले का स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि इससे सामाजिक न्याय की घोर विरोधी भाजपा को झटका लगा है। हम तो चाहते हैं कि बिहार सहित पूरे देश में जाति आधारित गणना हो। हर कोई जानता है कि भाजपा शुरू से ही जाति आधारित गणना की विरोधी रही है उसके लोग से रुकवाने के लिए उच्च न्यायालय गए थे। लेकिन आज उच्च न्यायालय ने जाति गणना पर रुख से साफ इंकार कर दिया।
जाति जनगणना और जरूरी इसलिए हो जाता है कि आज भी हमारे पास 1921 का ही डाटा है। जब देश में जाति गणना हुई थी उसी डाटा के आधार पर सरकारी योजनाएं बनती है। दलित, पिछड़ी जातियों के लिए चल रही सरकारी योजनाओं को अद्यतन करने , आरक्षण को तर्कसंगत बनाने तथा सामाजिक स्तर पर सुधार के लिए जाति गणना बेहद जरूरी है ताकि हमारे पास सही-सही डाटा हो।खामियां भी है उम्मीद करते हैं की अब तक की हुई गणना में जो भी विसंगतियां उभर कर सामने आई है उसे ठीक करने पर सरकार गंभीरता पूर्वक काम करेगी।