* कलश यात्रा सह शोभा यात्रा में 2100 महिलाएं व युवतियां कलश के साथ हुई शामिल
* शिल्हौरी स्थित शिलानाथ मंदिर परिसर स्थित पोखर से हुई जलभरी
छपरा, सारण
प्रखंड के गवन्द्री गांव में डबरा नदी किनारे स्थित छठ घाट व ब्रह्म स्थान के समीप 28 नवम्बर से नौ दिवसीय व नौ कुंडीय श्री विष्णु महायज्ञ कलश यात्रा सह शोभायात्रा के साथ प्रारम्भ हुआ। कलश यात्रा यज्ञ स्थल से निकल कर शिलहौरी स्थित बाबा शिलानाथ के परिसर में पहुंची जहां पोखर से जलभरी की गई। कलश यात्रा में 2100 महिलाएं व युवतियां रंग बिरंगे परिधान में सम्मिलित हुई। लोग हाथी घोड़े व गाजा बाजा तथा डीजे के साथ जयकारा लगाते चल रहे थे। कलश यात्रा में शामिल महिलाओं व युवतियों के सुविधा व अन्य सहयोग के लिए सैकड़ो स्वयं सेवक तैनात थे।
यज्ञ संरक्षक श्री श्री 108 श्री अंकुर दास जी महात्यागी ने बताया कि क्षेत्र में सुख और शांति के साथ विश्व के कल्याण को समर्पित यह यज्ञ मंगलवार को पहले दिन कलश सह शोभा यात्रा के साथ प्रारम्भ हुआ और छह दिसंबर को हवन यज्ञ के साथ सम्पन्न होगा। इसके साथ ही यज्ञ प्रारंभ होते ही सीता-राम, सीता-राम सकृतन शुरू हुआ है जो यज्ञ समपन्न के साथ ही सम्पन्न होगा। उन्होंने कहा विष्णु पुराण में भगवान विष्णु के 24 अवतारों का वर्णन किया गया है। इसमें बताया गया है कि जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ा, तब-तब भगवान विष्णु ने विभिन्न स्वरूपों में अवतार लेकर अधर्म का नाश किया।
भगवान विष्णु को सृष्टि का पालनहार के रूप में पूजा जाता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण व आत्मा की शुद्धि और पूर्ण दैविकता की प्राप्ति के उद्देश्य को लेकर महायज्ञ किया जा रहा है। महात्यागी जी ने बताया कि इस यज्ञ का धुआं वातावरण में जहां-जहां तक जाएगा वहां तक का क्षेत्र शुद्ध होगा। सभी यज्ञों में श्री विष्णु महायज्ञ सर्वश्रेष्ठ है। कलिकाल में जहां परमात्मा का नाम स्मरण ही मोक्ष प्रदान करता है वहीं विष्णु महायज्ञ जैसे आयोजन संपूर्ण क्षेत्र को धर्म तथा संस्कृति से जोड़ते हैं। बता दें इस स्थान पर 2007 से अबतक तीन बार यज्ञ हो चुका है और इस वर्ष चौथा बार यज्ञ हो रहा है। इस गांव का यह स्थल यज्ञ स्थल के नाम से प्रसिद्ध हो गया है। मंगलवार को कलश यात्रा के बाद पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया है। चारो तरफ बने तोरण द्वार, झंडा, पोस्टर, बैनर और यज्ञ स्थल पर यज्ञ मंडप शोभा बढ़ा रहा है।
यज्ञ के सफल संचालन व यज्ञ में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए सैकड़ो स्वयं सेवक लगाए गए हैं। मौके पर यज्ञकर्ता अदालत सिंह, राजेश कुमार सिंह, सुनीता देवी, यज्ञ संरक्षक श्री श्री 108 श्री अंकुर दास जी महात्यागी, यज्ञ संयोजक पूर्व मुखिया संजीव कुमार सिंह, पूर्व मुखिया धनंजय कुमार सिंह, मुखिया तारकेश्वर सिंह, आचार्य रंजन मिश्र, आचार्य सुकेश त्रिवेदी, संतोष दास, आलोक सिंह अमीन, नीरज सिंह, डॉ मनोज पंडित, डॉ सुरेश सिंह, अर्जुन युवराज, रामाधीन सिंह, संतोष सिंह, धीरज सिंह कुशवाहा, शैलेश कुमार यादव, विकेश कुमार सिंह, अनूप कुमार सिंह, डॉ बिंदेश्वरी सिंह प्रद्युम्न सिंह, संदीप कुमार, सुभाष कुमार सिद्धार्थ सेमत हजारों लोग उपस्थित थे।