
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को उसका अगला मुख्यमंत्री मिल गया है. बुधवार शाम हुई भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद पहली बार विधायक बनी रेखा गुप्ता को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया.
बैठक से पहले कई नामों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था. प्रमुख नामों में से एक नाम शालीमार बाग से विधायक रेखा गुप्ता टॉप पर थी. उनके परिवार को उम्मीद थी कि वह मुख्यमंत्री जरूर चुनी जाएंगी, क्योंकि उन्होंने पहली बार में ही विधायक का चुनाव भी जीतकर परिवार का नाम रौशन कर दिया.
सास को है अपनी बहू पर गर्व
आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, रेखा गुप्ता के परिवार के लोग उनके राजनीतिक सफर पर गर्व महसूस कर रहे हैं. उनकी सास मीरा गुप्ता ने कहा, ‘यह बहुत अच्छी बात है. उन्होंने हमारे पूरे परिवार – ससुराल और मायके दोनों को गौरव और सम्मान दिलाया है. पहली बार हमारे परिवार से कोई नेता बना है. वह पहली बार पार्षद चुनी गई, फिर पहली बार विधायक बनी और अब वह पहली बार मुख्यमंत्री बनने वाली है.’
दिल्ली को आगे लेकर जाएंगी रेखा गुप्ता
रेखा गुप्ता की एक पड़ोसी ने कहा, ‘हमने चुनाव में बहुत मेहनत की है. हम उम्मीद करते हैं कि वह दिल्ली की मुख्यमंत्री के तौर पर राजधानी को बहुत आगे लेकर जाएंगी. उन्होंने परिवार की भी जिम्मेदारी बहुत अच्छी तरह निभाई है.’ इससे पहले, मुख्यमंत्री की दावेदारी को लेकर रेखा गुप्ता ने अपनी चुप्पी तोड़ी थी. उन्होंने मीडिया से कहा कि यहां किसी की कोई दावेदारी नहीं है. मीडिया में ही नामों को लेकर चर्चा हो रही है. भाजपा में संगठनात्मक निर्णय ही अंतिम होता है.
समर्पित होकर करेंगे काम
उन्होंने आगे कहा था, ‘पार्टी जिसे भी जिम्मेदारी देगी, वह समर्पित होकर काम करेगा. मुझे विश्वास है कि भाजपा का मुख्यमंत्री बनते ही दिल्ली में एक नया अध्याय शुरू होगा. भाजपा की सरकार में दिल्ली में विकास की नई गाथा लिखी जाएगी. यहां वे सभी काम होंगे, जिसके लिए दिल्ली की जनता ने हमें चुना है.’ रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग सीट से पहली बार विधायक चुनी गई हैं. उन्होंने शालीमार बाग सीट पर ‘आप’ की बंदना कुमारी को 29,595 मतों के अंतर से हराया.