बिहार में जारी सियासी उथलपुथल के बीच सियासत के केंद्र में अब जीतनराम मांझी भी आ गए हैं। पटना में मांझी के पोस्टर लगाए गए। जिसमें लिखा है कि बिहार में बहार है, बिना मांझी सब बेकार है।
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के आवास पर शनिवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के विधायक दल की बैठक में निर्णय लिया गया कि पार्टी एनडीए के साथ रहेगी।
सभी विधायकों का हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र भाजपा को देना तय किया गया। पार्टी प्रधानमंत्री के निर्णय के साथ है। शाम 6 बजे सवा घंटे चली बैठक में जीतनराम मांझी, राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन, विधायक प्रफुल्ल मांझी, ज्योति मांझी व अनिल कुमार मौजूद थे।
एक सवाल पर हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने कहा कि हम एनडीए के साथ हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा पूर्व सीएम जीतनराम मांझी को फोन करने की बात को बेबुनियाद बताया। मंत्रिमंडल में खुद के शामिल होने के सवाल पर कहा कि मंत्रिमंडल में हम का प्रतिनिधित्व होगा। हम के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने बताया कि हम का एनडीए से अलग होने का सवाल ही नहीं है। दोपहर 12 बजे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी हम नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की।
हम ने नए मंत्रिमंडल में दो मंत्री पद मांगा है। हम के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने सरकार में पार्टी के लिए कम से कम दो मंत्री पद देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हम गरीबों की पार्टी है। ऐसे में गरीबों की बेहतर सेवा के लिए हम कोटे में दो मंत्री पद जरूरी मिलनी चाहिए। यह हम की शर्त नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं और पार्टी समर्थकों की मांग है।