सिवान। प्रखंड मुख्यालय स्थित बाजार में मंगलवार को पूर्व मुखिया बादशाह सिंह की अध्यक्षता में किसान संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान कृषि में किसानों की समस्याओं पर चर्चा की गई।
साथ ही नीलगाय व जंगली सूअर द्वारा फसल को नुकसान पहुंचाने पर चिंता व्यक्त की गई। किसान केशव तिवारी ने बताया कि वर्षा नहीं होने के कारण खेतों में लगे धान की फसल सूख रहे हैं।
नहरों में भी गंडक विभाग द्वारा पानी नहीं दिया जा रहा है। सरकार को जिले को सूखाग्रस्त घोषित कर देना चाहिए। किसान मनु पाठक ने बताया कि सरकार द्वारा हर खेत पानी देने के लिए नलकूप लगाया गया है, लेकिन आज तक किसानों की खेतों में पानी नहीं पहुंचा। नलकूप सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। किसानों को पंपिंग सेट के सहारे खेती फसलों की सिंचाई करनी पड़ती है।
अगर सरकार सभी बोरिंग के पास पोल एवं तार लगाकर बिजली की सप्लाई दे तो किसानों के काफी रुपए बचेंगे। किसान काशी चौधरी ने बताया कि पूरे आंदर प्रखंड में नीलगाय व जंगली सूअरों के आतंक से किसान परेशान हो चुके हैं। ये जंगली जानवर लगातार फसलों को बर्बाद कर रहे हैं।
किसानों ने वन विभाग से लगाई गुहार
वन विभाग को नीलगाय व जंगली सूअरों के आतंक का समाधान निकालना होगा तभी किसानों की फसल की सुरक्षा संभव है, अन्यथा किसानों को खेती छोड़नी पड़ेगी। किसान विनोद राय ने बताया कि कृषि विभाग के कर्मियों द्वारा समय से किसानों को कृषि संबंधित योजनाओं की कोई जानकारी नहीं दी जाती है।
साथ ही प्रखंड कृषि विभाग से सब्सिडी पर मिलने वाले यंत्रों की भी जानकारी नहीं दी जाती है। किसान बादशाह सिंह ने बताया कि भूमिदाताओं को कृषि विभाग द्वारा उचित डीजल अनुदान नहीं दिया जा रहा है, इससे किसान परेशान हैं। इसबार वर्षा नहीं होने के कारण धान की फसल सूखती नजर आ रही है। सरकार को सूखा घोषित कर देना चाहिए। इस मौके पर अंकित कुमार, कृष्णा कुमार, अर्जुन कुमार, जीतू बैठा समेत दर्जनों किसान उपस्थित थे।