सारण में चुनावी हिंसा के बाद राजद उम्मीदवार रोहिणी आचार्य की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस मामले में लालू प्रसाद यादव के घर गुरुवार को पुलिस विभाग की विशेष टीम पहुंची थी।
पुलिस विभाग की विशेष टीम ने रोहिणी आचार्य के साथ पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बॉडीगार्ड घूमने मामले में बॉडीगार्ड और पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। एसआईटी की टीम ने राबड़ी देवी के आवास पर करीब 30 मिनट तक रही और पूछताछ करने के बाद वहां से निकल गई। बताया जाता है राबड़ी आवास पर उपस्थित बॉडीगार्ड और पुलिसकर्मियों से पूरे मामले में पूछताछ की इस दौरान विशेष अधिकारी मौजूद रहे। छपरा में मतदान के दौरान हुए दो गुटों के विवाद ने बड़ा रूप ले लिया और अगले दिन हिंसा की घटना घटी थी। भाजपा और राजद के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए।
सारण में प्रशासन ने स्थिति को काबू में पाने के लिए 25 मई की शाम तक इंटरनेट बैन किया गया है। वहीं एसआईटी इस घटना की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस टीम ने अंगरक्षकों के दुरुपयोग के आरोपों की जांच की है। बॉडीगार्ड के संबंध में जानकारी ली गई है। फिलहाल जांच टीम की ओर से कुछ नहीं कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गंभीर आरोप लगाया था। सम्राट चौधरी का आरोप है कि रोहिणी के साथ घूमने वाले गार्ड्स असल में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के बॉडीगार्ड हैं। यह कानून का उल्लंघन है।
उधर, लोकसभा चुनाव के बाद हिंसा मामले में सारण का भिखारी चौक चौथे दिन भी पुलिस छावनी में तब्दील रहा। इक्का दुक्का दुकानों को छोड़ सभी दुकान बन्द है। पुलिस ने इन सभी मामलों में कुल 7 प्राथमिकी दर्ज की है।