
छपरा– क्षत्रिय समाज के अधिकारों की आवाज को बुलंद करने के लिए राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी (सत्य) के राष्ट्रीय संयोजक शेर सिंह राणा का बिहार के छपरा में भव्य स्वागत किया गया। पृथ्वीराज चौहान की अस्थियां अफगानिस्तान से भारत लाकर इतिहास रचाने वाले शेर सिंह राणा का यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से अहम माना जा रहा है।
छपरा पहुंचने पर पार्टी के प्रदेश और जिला स्तरीय पदाधिकारियों सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए शेर सिंह राणा ने कहा कि लोकतंत्र में न्याय और अधिकारों की बात करने वाला क्षत्रिय समाज आज खुद अपने अधिकारों से वंचित है। उन्होंने कहा, “हमारे समाज के बच्चे पढ़े-लिखे और होनहार हैं, फिर भी बेरोजगार घूम रहे हैं। इसका कारण है सत्ता पर काबिज भाजपा-जदयू की भेदभावपूर्ण और दोहरी नीति वाली सरकार।”

राणा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगर समाज को उसके हक और सम्मान की पुनः प्राप्ति करनी है, तो आने वाले विधानसभा चुनाव में राजपा को मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा, “हमेशा हमारे वोट से सरकार बनती है, लेकिन सत्ता में आने के बाद यही सरकार क्षत्रिय समाज को पीछे धकेलने का काम करती है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार योजनाबद्ध तरीके से क्षत्रियों को निशाना बना रही है।

उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि समाज अपनी वोट की ताकत को पहचान कर राजपा के झंडे को विधानसभा में पहुंचाए। तभी क्षत्रिय समाज को उसका असली अधिकार मिलेगा।
इस कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कुमार सुनील सिंह ने भी समाज के लोगों से एकजुट होकर पार्टी को समर्थन देने की अपील की। उन्होंने कहा कि राजपा ही एकमात्र ऐसा राजनीतिक विकल्प है जो क्षत्रिय समाज की आवाज बनकर उभर सकती है।
प्रदेश संगठन मंत्री मनमोहन सिंह, प्रदेश युवा कार्यकारी अध्यक्ष प्रिंस सिंह, छपरा जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह, सत्या सिंह सहित सैकड़ों पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की और संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने की रूपरेखा पर काम करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का समापन छपरा शहर के प्रसिद्ध व्यवसाई तथा समाजसेवी अमरेंद्र कुमार सिंह के हत्या के पर विरोध जताते हुए मौन व्रत धारण करके किया गया और आगामी चुनाव की तैयारियों के बिगुल के साथ हुआ, जिसमें समाज को संगठित करने और राजपा को सशक्त बनाने पर जोर दिया गया।