पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान सीएम ने दूर-दराज से आए सभी फरियादियों की शिकायत को तसल्ली से सुनकर फैसला किया
इसी कड़ी में सिवान से पहुंचे एक फरियादी ने सीएम से न्याय की गुहार लगाते हुए बीजेपी के पूर्व एमएलसी मनोज सिंह पर गंभीर आरोप लगाये. फरियादी ने कहा कि उसके बेटे की अगस्त 2021 में बदमाशों ने हत्या कर दी थी। लेकिन पुलिस ने सफेदपोशों के प्रभाव के चलते आज तक कार्रवाई नहीं की है।
दंग रह गये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
फरियादी की शिकायत को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ध्यानपूर्वक सुना, उसके बाद सीएम दंग रह गये. सीएम ने कहा कि ‘बताइए ये कोई बात है. सीएम ने फरियादी से पूछा कि आपके बेटे की हत्या कर दी गई, केस दर्ज हुआ लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई थी. फरियादी की बातों को सुनकर वहां मौजूद अधिकारी व मुख्यमंत्री स्तब्ध रह गये. इसके बाद सीएम ने अधिकारियों को फौरन बिहार की डीजीपी आरएस भट्टी को फोन लगाने को कहा फोन पर सीएम ने डीजीपी से बातकर मामले को देखने के आदेश दिए।
‘हत्यारों को बचा रही है पुलिस’
सिवान से पहुंचे फरियादी ने सीएम से गुहार लगाते हुए कहा कि सर मेरे बेटे कुशाल कुमार सिंह को 20 अगस्त 2021 को गांव के कुछ दबंगों ने आरा से काटकर बेरहमी से हत्या कर दी थी. मेरा बेटे कुशाल एनडीए की तैयारी कर रहा था. मामले के आरोपी बीजेपी के एमएलसी मनोज सिंह के रिश्तेदार है. इस वजह से पॉवर और पैसे के प्रभाव में पुलिस सही से काम नहीं कर रही है।
‘पैसे के प्रभाव में केस कर दिया गया है कमजोर’
फरियादी ने सीएम से न्याय की मांग करते हुए कहा कि सर हम गरीब आदमी है. पुलिस ने पैसे और पॉवर के प्रभाव में आकर मेरे बेटे की हत्या के केस को कमजोर कर दिया है. दो लोगों का नाम केस से हटा दिया गया है. जबकि एक अभियुक्त बीते 15 माह से फरार है। जबकि अन्य आरोपी खुले आम बाहर घूम रहा है और जान से मारने की धमकी दे रहा है।