
आरा संसदीय सीट से चुनाव हारने का मलाल अभी तक भाजपा के पूर्व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के दिल में कांटों की तरह चुभ रहा है। उनके मन में सबसे ज्यादा इस बात को लेकर चोट पहुंची है कि इस हार की वजह कोई दूसरा नहीं बल्कि अपने ही लोगों का षड्यंत्र है, जिसके वह शिकार हुए हैं।
जी हां ये हम नहीं बल्कि आरा के पूर्व सांसद सह भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान कही। सभा के मंच से अपने क्षेत्र की जनता को बताते हुए आरके सिंह ने यहां तक कह डाला है कि जो-जो लोग मुझे हराने के षड्यंत्र में शामिल थे,अगर उन लोगों को पार्टी टिकट देती है तो हम उनके खिलाफ सामने आकर उन्हें हराएंगे। आरके सिंह ने पहली बार भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह का नाम लेकर उनके काराकाट सीट से चुनाव लड़ने पर भी बड़ी प्रतिक्रिया दी है।
ऐसे हुई मेरे साथ राजनीति
आरके सिंह ने कहा है कि पवन सिंह खड़े हुए थे, ये पवन सिंह की गलती नहीं थी, बल्कि यह भाजपा की गलती थी। भाजपा ने उनको कहा कि हम टिकट देंगे, आसनसोल से टिकट भी दे दिया। इसके बाद वहां पर हल्ला हुआ तो फिर पार्टी ने कहा कि नहीं विड्रोल कर दीजिए और आप कहीं और से टिकट ले लीजिए। जब आरा से टिकट नहीं दिया तब वह अपने आप खड़े हो गए। वो वैसे खड़े नहीं हुए थे,ये आप लोग भी जानते हैं कि हम दो टूक बोलते हैं। पवन सिंह को हमारे पार्टी के लोगों के द्वारा पैसा देकर खड़ा कराया गया।.हमारे ही पार्टी के लोगों के द्वारा पैसा देकर और पीठ ठोंक कर हमारे खिलाफ पवन सिंह को खड़ा कराया गया था।
इस वजह से हुआ मेरे साथ घात
आरके सिंह ने कहा कि चुनाव में हमारे साथ पार्टी के अंदर के लोग ही दगाबाजी और गद्दारी किए हैं, जिसका हमें पता भी चल गया है। वो लोग इस लिए ऐसा किए क्योंकि बीच-बीच में ऐसी हवा बह रही थी कि हमारा मुख्यमंत्री कैसा हो आरके सिंह जैसा हो। इस बात से डरकर जो-जो लोग मुख्यमंत्री बनना चाहते थे,उनकी नजर में हम चढ़ गए और उन लोगों ने षड्यंत्र रचते हुए यहां के कुछ लोगों को इशारा कर दिया। इसके बाद यहां के लोगों को पोलिंग स्लो करवाना और किसी तरह हमको जीतने से रोकना था। उन्हें किसी भी हालत में ये षड्यंत्र को कायम रखना था, जिसमें राज्य के एक और दो नेता हैं जो ये काम के पीछे थे और वो किसको किसको हैंडल कर रहे थे वह भी हमें मालूम है। हमनें पार्टी के शीर्ष नेताओं से भी यह बात बोला था कि आप एक बार कह देंगे तो वो बैठ जाएगा,लेकिन किसी ने नहीं कहा कि पवन सिंह बैठ जाइये। इसका नतीजा यह हुआ कि कुशवाहा, राजपूत और ब्राह्मण का वोट कट गया। इसके वजह से जनता ने ऐसे पार्टी राजद और माले को वोट किया जो कहते थे भूरा बाल साफ़ करो। आज उसके पास कोई नहीं जाएगा।
भाजपा में आने से पहले खुद की बनाने वाले थे पार्टी
आरके सिंह ने भाजपा में आने से पहले का अपना मकसद जाहिर करते हुए बताया कि वह भाजपा ज्वाइन करने से पहले अपना पार्टी बनाना चाहते थे, जिसमें वो भ्रष्ट नेता और भ्रष्ट लोगों के खिलाफ खड़ा रहना चाहतें थे। वह अपनी पार्टी में पढ़े-लिखे और इमानदार लोग ही रखना चाहते थे जो बिना भेद-भाव और जात-पात से ऊपर उठकर राजनीति करना चाहता हो। आज देश में वैसा ही राजनीति होना चाहिए, जिसमें पढ़ें लिखे और चरित्रवान लोग आगे आएं तभी देश का विकास होगा और तभी हम महाशक्ति बन सकते हैं। आरके सिंह ने कहा कि जब तक हम लोग देश को चरित्रवान नहीं बनायेंगे और अपने कर्म चरित्र को नहीं सुधारेंगे तब तक आगे नहीं बढ़ेंगे।
आर के सिंह ने दी चेतावनी
आरके सिंह ने चुनाव में दगाबाजी और गद्दारी करने वाले लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि जिन नेताओं के इशारे पर इस काम को करने वाले लोग हैं और उन्हें चुनाव में अगर टिकट मिलेगा तो हम उसके खिलाफ खड़े रहेंगे और उसे जीतने नहीं देंगे ये मेरा अपने ही घर में प्रण है।