मुख्य पार्षद को नगर पंचायत का ध्यान नहीं उनको फीता काटने से फुर्सत ही नहीं
सारण :- जिले के मशरक नगर पंचायत का गठन होने के बाद स्थानीय लोगों को अपने इलाके में समुचित और बेहतर विकास की उम्मीद जगी थी। लेकिन नगर पंचायत सरकार गठन के बाद भी बेहतर सफाई नहीं हो पा रही है। नए नगर पंचायत का क्षेत्र कई गांव को जोड़़ कर बनाया गया है, लेकिन अभी तक कुछ इलाकों तक की ही साफ-सफाई सिमटी है।
वही नालियां जाम होने से और स्टेशन रोड में नाला नहीं होने से पानी सड़कों पर बहने को मजबूर हैं। पूर्णकालिक अधिकारी नहीं होने से व्यवस्था ठेकेदार के भरोसे है और मुख्य पार्षद,उप मुख्य पार्षद और पार्षदों के द्वारा मानीटरिग नहीं हो पा रही हैं।
नगर पंचायत मे भ्रष्टाचार की बह रही हैं गंगा
ग्रामीणों की मानें तो नगर पंचायत में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है जिसमें सभी अपना हाथ धो रहें हैं वहीं सा़फ-सफाई का केवल कोरम पूरा किया जा रहा है। ऐसे में जन समस्याओं के निदान के संदर्भ में सोचने तथा उन्हें दूर करने को लेकर कोई विशेष पहल नहीं हो पा रही है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक नगर पंचायत कार्यालय में भी कोई ठोस व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई हैं। ऐसे में अधिकारियों को भी जन सरोकार से कोई विशेष मतलब नहीं रहता। बीते 2 महीने पहले ही चुनाव के बाद नगर पंचायत क्षेत्र अस्तित्व में आया है।
मजे की बात तो यह है कि लोगों की यह शिकायत सुनने के बाद भी अधिकारी अनसुना कर दे रहे हैं।
वही आपकों बता दें कि मशरक नगर पंचायत में हनुमानगंज , बेग छपरा , पश्चिम टोला , सियरभुक्का , समेत अन्य कई गांव जुड़े हुए हैं। जबकि कई गांव एकदम से महादलित बस्ती का गांव है। इसमें से एक गांव में प्रखण्ड मुख्यालय क्षेत्र भी शामिल है।