◆ तरैया सीडीपीओ ने अन्नप्रासन दिवस कार्यक्रम का लिया जायजा
तरैया, सारण।
प्रखंड के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर गुरुवार को बच्चों को ऊपरी आहार खिलाकर अन्नप्राशन दिवस मनाया गया। केंद्रों पर छह माह की उम्र पूरा कर चुके बच्चों को खीर खिलाकर उनके ऊपरी आहार की शुरुआत की गई। इस दौरान तरैया सीडीपीओ अर्चना कुमारी ने नारायणपुर पंचायत के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण की एवं अन्नप्राशन दिवस कार्यक्रम का जायजा लिया। केंद्र संख्या 111 एवं 113 पर वे स्वयं उपस्थित होकर अन्नप्राशन दिवस का जायजा ली। केंद्र पर उपस्थित बच्चों के अभिभावक व प्रसूति महिलाओं को 6 माह के बच्चों को पूरक आहार देने एवं शिशु के 6 माह पूरे होने के बाद उनके बेहतर पोषण के लिए जरूरी पूरक पोषाहार के विषय में जानकारी भी दी गई। धात्री माताओं को पूरक आहार के विषय में एवं साफ सफाई के बारे में जानकारी दी गई। महिला पर्यवेक्षिका लभली कुमारी ने बताया कि बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए 6 माह तक सिर्फ स्तनपान एवं इसके बाद स्तनपान के साथ पूरक आहार बहुत जरूरी होता है। 6 माह से 23 माह तक के बच्चों के लिए यह अति आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि 6 से 8 माह के बच्चों को दिन भर में दो से तीन बार एवं 9 से 11 माह के बच्चों को तीन से चार बार पूरक आहार के साथ 12 माह से 2 साल तक के बच्चों को घर में पकने वाला भोजन भी देना चाहिए। इस दौरान शरीर एवं दिमाग का विकास तेजी से होना शुरू होता है। स्तनपान के साथ-साथ ऊपरी आहार की भी जरूरत होती है। अन्नप्राशन दिवस कार्यक्रम में मौजूद केंद्र संख्या 111 की सेविका सुमन कुमारी देवी ने बताया कि शिशुओं के वजन, लंबाई, तंत्रिका प्रणाली एवं मस्तिष्क विकास के साथ साथ सभी अंगों में संरचनात्मक एवं कार्यात्मक दृष्टिकोण से बहुत तेजी से विकास हेतु पौष्टिक व पूरक आहार की आवश्यकता होती है।
इसलिए 6 माह के बाद के लिए स्तनपान के साथ अनुपूरक आहार देना चाहिए। केंद्र संख्या 113 की सेविका राखी देवी ने बताई कि 6 माह से 8 माह के बच्चों के लिए दाल, दलिया, दाल- चावल, दाल में रोटी मसल कर, साग मसलकर एवं फल प्रतिदिन दो बार दो से तीन भरे हुए चम्मच से देना चाहिए। ऐसे ही 9 माह से 11 माह तक के बच्चों को प्रतिदिन तीन से चार बार एवं 12 माह से 2 वर्ष की अवधि में घर का खाना, धुले फल को काटकर प्रतिदिन भोजन एवं नाश्ते में देना चाहिए। उन्होंने बताया कि इसके लिए नियमित रूप से धात्री माताओं को इसके विषय में जानकारी दी जाती है। मौके पर सीडीपीओ अर्चना कुमारी, महिला पर्यवेक्षिका लभली कुमारी, आंगनबाड़ी सेविका समेत अन्य लाभुक व उनके अभिभावक उपस्थित थे।