
सारण :- जिले के सुप्रसिद्ध सूर्य मंदिर कोठियाँ नरावं परिसर में नरायण विश्वशांति महायज्ञ यज्ञाचार्य डाक्टर भारद्वाज शास्त्री जी महाराज काशी के नेतृत्व में हो रहा है। अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक डाक्टर पुण्डरीक शास्त्री जी महराज काशी के सानिध्य में प्रतिदिन प्रवचन का अमृतधारा प्रवाह होगी।
रामायण पाठ श्री श्री 108 सप्त ऋषि आत्मा राम दास जी महाराज फतेहा धाम के नेतृत्व में होगा।
रामलीला एवं रासलीला का कार्यक्रम मथुरा के सुप्रसिद्ध मंडली के द्वारा किया जाएगा। महायज्ञ में आनेवाले साधुसन्तो का स्वागत मंदिर के मुख्य पुजारी श्री श्री 108 विष्णु दासजी महाराज करेंगे।
मंदिर परिसर में कल हुई बैठक में महायज्ञ समिति एवं उपस्थित लोगों के द्वारा विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी दी गई।
कार्यालय प्रभारी शंभु सिंह, बृज किशोर सिंह, हरबंस सिंह के साथ अन्य लोग सामिल रहेंगे।
मंच संचालन जितेन्द्र मिश्रा, धर्मेन्द्र सिंह, हेमंत सिंह। यज्ञ हेतु पुजन समाग्री नंदकिशोर तिवारी, मनोज मधुकर, उदय सिंह। सफाई वयवस्था सुरेश सिंह शुद्ध एवं शीतल जल राजेश तिवारी।
मिडिया प्रभारी राकेश सिंह शिक्षक एवं राजेश तिवारी।
प्रसाद एवं भंडारा
आगत अतिथियों का स्वागत कैप्टन फुलकांत तिवारी, वर्तमान मुखिया कामख्या सिंह, सरपंच ओम कृष्ण सिंह, मनोज सिंह,मनु सिंह सहित गणमान्य व्यक्ति।
साधुसन्तो के सेवा एवं व्यवस्था दिवाकर तिवारी, सतेन्द्र सिंह। समान खरिदारी श्याम किशोर सिंह एवं सुनील ब्यास को जिम्मेदारी दी गई।
मेले में भूलेंटियर रविवार सिंह एवं अन्य लोग सामिल होगें। इसके साथ ही प्रसाद वयवस्था में महेंद्र सिंह, सहायता विभाग रौशन अभिमन्यु कुमार
लाईट एवं साउंड शिवकुमार एवं पिंटू कुमार देखरेख करेंगे।
प्रशासनिक स्तर पर
अवतार नगर थाना प्रभारी, आंचलाधिकारी गरखा की ओर से भी यज्ञ एव जरूरी स्थल का निरीक्षण कर लिया गया है।
चलंत शौचालय, जल, आए अतिथियों के लिए भोजन की वयवस्था भी कमिटी की ओर से किया गया है। दिनांक 18 अप्रैल शनिवार को जलभरी सह शोभायात्रा सूर्यमंदिर परिसर से हाथी घोड़ा, ऊट, रथ, डीजे, बैंडबाजा के साथ श्रद्धालु एवं साधुसन्त नरावं गढ़वाल होते हुए धनौरा बाजार पहुचेंगे उसके बाद मुसेपुर चौक NH -19 डुमरी अड्डा होते हुए सिंगही चौक पंहुचेगी जहाँ से गंगा घाट जलभरी के लिए भक्त पहुचेंगे।
पुनः गंगा जल कलश में लेकर वापस सूर्य मंदिर परिसर यज्ञ मंडप पहुचेंगे।
सूर्य नरायण मंदिर पर पिछले10 वर्ष पूर्व यज्ञ का आयोजन हुआ था।
क्षेत्र में चार साल पुर्व गरीबनाथ मंदिर धनौरा में रूद्र महायज्ञ का आयोजन हुआ उसके बाद नरावं टोला में शिव परिवार के स्थापना के उपलक्ष्य में नर्मदेश्वर महायज्ञ फिर मुसेपुर में माँ दुर्गा जी के मूर्ति स्थापना के अवसर पर यज्ञ का आयोजन, मुकुंद टोला डुमरी अड्डा मे भी यज्ञ का आयोजन हुआ। कोठियाँ-नरावं क्षेत्र में हमेशा भक्ति का महौल बना रहता है यहाँ के लोगों में भगवान् के प्रति श्रद्धा बनी हुई है।
नारायण विश्व शांति महायज्ञ जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर पूर्व NH 19 पर मुसेपुर चौक से उत्तर दिशा में धनौरा बाजार होते हुए डेढ़ किलोमीटर यज्ञ स्थल पर पहुचा जा सकता है। मुसेपुर चौक से औटो टोटो की वयवस्था हमेसा बनी रहती है।
रेल से आने वाले भक्त छपरा स्टेशन एवं दिघवारा के बीच बड़ा गोपाल या डुमरी जुअरा स्टेशन उतरकर भी आ सकते हैं।
यह स्थान मनोकामना पूर्णी है जहाँ उत्तर बिहार का इकलौता सूर्य मंदिर के रूप में जाना जाता है। यहाँ जो भी भक्त पूर्ण श्रद्धा के साथ मनंत मांगते है भगवान् उनकी इच्छा पूर्ति करते हैं। यहाँ पहले से ही भगवान रामजानकी का मंदिर एवं भगवान् शिव का मंदिर विद्यमान है।
साल में दोनों छठ महापर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है जिसमें जिले के बाहर से छठवर्ती छठी मईया को अर्घ देने आती है। सूर्य मंदिर सेवा समिति की ओर से श्रदालुओं और छठवर्ती के लिए विशेष वयवस्था किया जाता है।