सारण :- जिले के मढ़ौरा में जनवरी में फर्जी चोट के मामले में पुलिस ने तीन चिकित्सक समेत 11 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है और कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस ने यह प्राथमिकी प्रशिक्षु पुअनि संजीत कुमार के लिखित आवेदन पर दर्ज किया है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार थानाकांड संख्या 53/24 में बिशुनपुर जगदीश निवासी अखिलेश सिंह की पत्नी बबीता देवी ने उसी गांव के विवेक कुमार सहित तीन लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
जांच के परिणामस्वरूप यह पता चला कि कथित घटना को मनगढ़ंत बताकर झूठे मामले में फंसाने की कोशिश की गई। इसमें रेफरल अस्पताल के चिकित्सक एवं कर्मियों की भूमिका सामने आई। इसके अलावा मेडिकल जांच टीम की तीन सदस्यीय टीम एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जारी किया गया जख्म प्रतिवेदन जांच के उपरांत गलत पाया गया।
जांच दल के द्वारा दो निवर्तमान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेत तीन चिकित्सक, दो लिपिक एवं बीएचएम को दोषी पाया गया। इस दौरान अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में भी किसी प्रकार के इलाज का कोई साक्ष्य नहीं है।
वरीय अधिकारियों के जांच पर्येवक्षण एवं अंतिम आदेश से यह घटना पूरी तरह से जालसाजी के साथ मनगढ़त मिला है।
उक्त जांच के आलोक में पुलिस पदाधिकारी ने रेफरल अस्पताल के छह अधिकारी एवं कर्मियों समेत विशुनपुर जगदीश निवासी बबीता देवी, साक्षी मोहित कुमार, अशोक सिंह, श्यामसुंदर सिंह एवं इंदू देवी को आरोपित किया है।