सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड के दिलिया रहीमपुर पंचायत में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में जीपीपीएफटी (ग्राम पंचायत प्राथमिकता फोकस टीम) फोरम का गठन किया गया है। इस फोरम का गठन पंचायत के विकास को गति देने और स्थायी विकास लक्ष्यों को हासिल करने के उद्देश्य से किया गया है। यह फोरम मुखिया श्री बिशुन शाह की अध्यक्षता में पिरामल फाउंडेशन की टीम के सहयोग से स्थापित किया गया, जिसमें पंचायत के विभिन्न विभागों के कर्मचारी, पंचायत फोरम के सदस्य और स्थानीय ग्रामीणों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
ग्राम पंचायत विकास योजना और सतत विकास लक्ष्य (SDGs)
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP) को बेहतर तरीके से लागू करना और इसे सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के अनुरूप बनाना था। कार्यशाला के दौरान पिरामल फाउंडेशन की टीम ने 17 सतत विकास लक्ष्यों और 9 प्रमुख थीमों पर विस्तार से चर्चा की। इन थीमों में निम्नलिखित प्रमुख विषयों को शामिल किया गया:
- गरीबी मुक्त और उन्नत आजीविका वाला पंचायत – इस थीम के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी को खत्म करने और लोगों की आजीविका को बेहतर बनाने के उपायों पर चर्चा की गई।
- स्वस्थ पंचायत – इस थीम का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को पंचायत स्तर पर सुदृढ़ बनाना और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है।
- चाइल्ड फ्रेंडली पंचायत – बच्चों के सर्वांगीण विकास और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
- जल पर्याप्त पंचायत** – पानी की पर्याप्तता सुनिश्चित करने और जल संरक्षण की दिशा में काम करने पर जोर दिया गया।
- स्वच्छ और हरा-भरा पंचायत – पंचायत को साफ-सुथरा और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं।
- आत्मनिर्भर इंफ्रास्ट्रक्चर वाला पंचायत – पंचायत में आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण और उसे आत्मनिर्भर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- सामाजिक रूप से न्याय संगत और सुरक्षित पंचायत – समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय और सुरक्षा की भावना को मजबूत करना इस थीम का प्रमुख उद्देश्य है।
- सुशासन वाला पंचायत– पंचायत के प्रशासन को पारदर्शी और जवाबदेह बनाने के लिए सुशासन की दिशा में कार्य किए जा रहे हैं।
- महिला हितैषी पंचायत – महिलाओं के अधिकारों और उनके सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
2030 तक सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने का लक्ष्य
कार्यशाला के दौरान चर्चा की गई कि कैसे पंचायत 2030 तक इन सतत विकास लक्ष्यों को हासिल कर सकती है। इसके लिए पंचायत स्तर पर हर नागरिक की भागीदारी को सुनिश्चित करना आवश्यक बताया गया। पंचायत विकास योजना में हर वर्ग के लोगों की जरूरतों और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का निर्माण और क्रियान्वयन करने पर बल दिया गया।
कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रमुख लोग
इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में पंचायत के सरपंच संपति राय, पंचायत सचिव विवेक पंडित, सभी वार्ड सदस्य, शिक्षक अरुण कुमार सिंह, कार्यपालक सहायक राधा कुमारी, विकास मित्र महेंद्र कुमार राम, कृषि सलाहकार रिचा शर्मा, आईसीडीएस से शांति सिंह, पंचायत रोजगार सेवक जय कुमार सिंह, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी दीपक कुमार, एएनएम पूजा कुमारी और पिरामल स्वास्थ्य के प्रोग्राम लीडर अरविंद कुमार पाठक एवं अभिमन्यु कुमार ने भाग लिया। इनके अलावा आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं अन्य ग्रामीण भी उपस्थित थे।
ग्राम पंचायत विकास योजना की महत्वपूर्ण भूमिका
ग्राम पंचायत विकास योजना एक ऐसी पहल है, जिसका उद्देश्य पंचायत के सभी नागरिकों को विकास प्रक्रिया में शामिल करना है। इस योजना के तहत पंचायत के विभिन्न विभागों और सरकारी योजनाओं का समन्वय किया जाता है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाओं, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और सामाजिक न्याय जैसी प्राथमिक आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
पिरामल फाउंडेशन की टीम ने इस कार्यशाला के माध्यम से पंचायत के सदस्यों को इन सभी लक्ष्यों और योजनाओं की महत्ता के बारे में विस्तार से जानकारी दी, ताकि पंचायत स्तर पर विकास की एक ठोस और स्थायी नींव रखी जा सके।
निष्कर्ष: रिविलगंज प्रखंड के दिलिया रहीमपुर पंचायत में जीपीपीएफटी फोरम का गठन एक महत्वपूर्ण कदम है, जो स्थानीय स्तर पर विकास को बढ़ावा देने और पंचायत को सशक्त बनाने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। इस कार्यशाला के जरिए पंचायत के सदस्य और ग्रामीण सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में अपनी भूमिका को और बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि इस पहल से पंचायत स्तर पर विकास की गति तेज होगी और 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने का रास्ता प्रशस्त होगा।