मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग की हत्या मामले में भीम आर्मी, बहुजन आर्मी के कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई। दरअसल, रविवार की दोपहर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने पीड़ित परिजनों से मुलाकात की थी।
इसके बाद भीम-बहुजन आर्मी के कार्यकर्ताओं ने मानिकपुर चौक को जामकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
इसके बाद भीम-बहुजन आर्मी के कार्यकर्ता आरोपी संजय यादव के गांव लालू छपरा पहुंच गए। इस दौरान ग्रामीणों से नोकझोंक भी हुई। ग्रामीणों का कहना है कि भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने घर में घुसकर पैसे और गहने भी लूट लिए। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया। इस दौरान पुलिस ने बहुजन आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोल्डेन दास को हिरासत में लिया है। गोल्डेन पर बिहार के अलग-अलग जिलों सहित अन्य राज्यों में डेढ़ दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।
हंगामे की सूचना के बाद सरैया एसडीपीओ कुमार चंदन के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत करवाया। इस दौरान भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के द्वारा पुलिस पर भी पथराव किया गया। सूत्रों की माने तो करीब आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को चोट लगी है। एक दर्जन घरों में उपद्रवियों ने तोड़फोड़ और लूटपाट की है। एक दर्जन भीम आर्मी और बहुजन आर्मी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पकड़ा है। घटनास्थल से 40 बाइक भी जब्त किया गया है।
पारू थाना प्रभारी मोनू कुमार ने कहा कि आज दिन में लगभग हजार की संख्या में भीम आर्मी के कार्यकर्ता इकट्ठा थे। पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। माहौल को शांत करवाया गया। दरभंगा, मधुबनी, गया और अन्य जगह से लोग पहुंचे थे। बेवजह माहौल खराब कर रहे थे लेकिन पुलिस ने किसी तरीके की कोई अप्रिय घटना नहीं होने दिया। कुछ घरों में खिड़की का शीशा और तोड़फोड़ किया गया है। सामान भी बिखेर दिया। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
आगे की कार्रवाई वरीय अधिकारी के निर्देश पर की जाएगी। पुलिस पर भी पथराव किया गया था। कुछ पुलिसकर्मी भी जख्मी है। उनका इलाज चल रहा है। 5 से 6 पुलिस कर्मी जख्मी हैं। इस मामले को लेकर शांति समिति की बैठक की गई।