सारण : जिले के मढ़ौरा प्रखंड अंतर्गत बाबू के असोइया गांव के पास नहरी से एक नवजात बच्चे को शव मिला। शव मिलते ही गांव में तरह तरह की चर्चाएं होने लगी, किसी मां ने अपने जिगर के टुकड़े को पैदा होते ही न जाने क्यों उसे गांव की पानी टंकी से पश्चिम अवस्थित एक नहरी में मरने के लिए बच्चे को फेंक दिया।
निर्दई मां ने बच्चे को मरने के बाद भी उसे दफनाना भी उचित नहीं समझी
निर्दई मां की इस करतूत का पता तब चला जब मंगलवार की सुबह उक्त बच्चे के शव को कुछ कुत्ते नोचते हुए गांव के पानी टंकी के पास लेकर आए जिसे देख ग्रामीण हैरान हो गए और बच्चे को देख उनका कलेजा भर आया। ग्रामीणों ने इस बात की सूचना मढ़ौरा पुलिस को दी।
उसके बाद में ग्रामीण अनवर अली के साथ कुछ लोगो ने मिलकर उस बच्चे के शव को वहीं दफना दिया ताकि बच्चे के शव को कुत्ते नोचकर नहीं खा सके। इस दृश्य को देखकर ग्रामीण तरह-तरह की चर्चाए हो रही थी। कुछ लोगो का कहना है कि आखिर किस परिस्थिति में इस बच्चे की मां ने इसे लावारिस हालत में फेंक दिया कही यह किसी कुंवारी मां की करतूत तो नहीं है जो समाज और दुनिया के डर से ऐसा करने पर मजबूर हुई होगी।
निर्दई मां को बच्चे के लिए थोड़ी सी भी दया नहीं आई।
आखिर इस बच्चे का कसूर क्या था जो पैदा होते ही नहर में फेंक दिया ? अगर उस मां को लोक लाज समाज के कारण इतनी ही मजबूरियां थी तो उसने इस बच्चे को पैदा ही क्यों की। बच्चे के शव को देखकर वहां पहुचे सभी ग्रामीणों की आंखें नम हो जा रही थी ।