
सारण :- भेल्दी थाना क्षेत्र के लगनपुरा और यादवपुर गांव के बीच मही नदी पर बने अस्थायी चचरी पुल ने शनिवार को तीन मासूमों की जान ले ली। विद्यालय से लौटने के बाद चॉकलेट खरीदने निकले तीन स्कूली छात्र-छात्राएं पुल पार करते समय नदी में गिर पड़े और डूबने से उनकी मौत हो गई। इस घटना से पूरे इलाके में कोहराम मचा हुआ है।
मृतकों की पहचान लगनपुरा गांव निवासी मंसूर अली की पुत्री 13 वर्षीय शगुप्ता खातून, 12 वर्षीय नूर आलम तथा नसीम अंसारी की पुत्री 13 वर्षीय शायरा बानो के रूप में की गई है। तीनों आपस में भाई-बहन थे।
पुल निर्माण में देरी बनी मौत का कारण
ग्रामीणों ने बताया कि मही नदी पर पक्का पुल का निर्माण लंबे समय से अधर में लटका हुआ है। निर्माण कंपनी द्वारा आसपास गड्ढा खोदे जाने और उसमें बाढ़ का पानी भर जाने से लोगों की आवाजाही के लिए चचरी पुल ही एकमात्र सहारा बन गया। लोग रोजाना जान जोखिम में डालकर इस चचरी पुल को पार करते हैं।
इसी दौरान शनिवार को स्कूल से लौटने के बाद तीनों मासूम चॉकलेट खरीदने पुल पार कर रहे थे। अचानक फिसलकर एक बच्चा पानी में गिर पड़ा। उसे बचाने के क्रम में बाकी दोनों भी गहरे गड्ढे में जा गिरे और तीनों की डूबकर मौत हो गई।
परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन बच्चों को लेकर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश के बावजूद मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। शोकाकुल परिजन लगातार दहाड़ मारकर रो रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय पर पक्का पुल का निर्माण पूरा हो जाता तो यह हादसा नहीं होता। ग्रामीणों ने प्रशासन और निर्माण कंपनी पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही भेल्दी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल छपरा भेज दिया। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है।