कहाँ जाता हैं की सरकार द्वारा विकास की योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने को कृत संकल्पित है। वही प्रखंड स्तर के अधिकारियों की मामूली लापरवाही से सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है। वही लोगों द्वारा इसकी शिकायत संबंधित विभाग से की जाती है। पर उस पर कोई सुनवाई या समाधान नहीं हो पा रहा है।
सारण :- जिले के मशरक प्रखंड क्षेत्र के बंगरा पंचायत के चैनपुर गांव में अवस्थित अवध उच्च विद्यालय में पानी की समस्या। छात्रों समेत एमडीएम योजना बनाने में हो रही पानी की समस्या गंभीर बनी हुई है वही विधालय के मुख्य गेट पर ही नल जल योजना की टंकी बनी है और सुचारू रूप से चालू हालत में हैं पर विद्यालय परिसर में कनेक्शन नही होने के कारण शुद्ध पेयजल की समस्या बनी हुई है।
मामले में शुक्रवार को विधालय के शिक्षकों ने बताया कि परिसर में तीन चापाकल हैं जिसमें से दो खराब पड़े हैं वही एक किसी तरह से चल रहा है वही मरम्मत और नल जल योजना से कनेक्शन के लिए पीएचडी विभाग में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है पर उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। अवध उच्च विद्यालय चैनपुर के प्राचार्य महेश प्रसाद चौरसिया ने बताया कि विधालय में शुद्ध पेयजल एक बड़ी समस्या है पर इसका समाधान पीएचडी विभाग चाहें तो मिनटों में कर सकता है पर कोई भी इस समस्या पर ध्यान देने को तैयार नहीं है।
विधालय में प्रतिदिन हजारों की संख्या में छात्रों की उपस्थिति रहती है। आर्मी कैंटिन संचालक रंजन कुमार सिंह बताते हैं कि शुद्ध पीने के पानी के लिए सरकार समुचित व्यवस्था की हैं पर पीएचडी में मची भ्रष्टाचार से अधिकांश पीएचडी के चापाकल खराब पड़े हैं इसका नमूना है विधालय के खराब चापाकल।