
न्यूज डेक्स :- बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने राज्य की एनडीए सरकार पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार सरकार ने लगभग 70,000 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। तेजस्वी का आरोप है कि इस बड़े घोटाले को लेकर सरकार का कोई मंत्री अब तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया है।
तेजस्वी यादव ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीएजी की रिपोर्ट राज्य की वित्तीय गड़बड़ियों को उजागर करती है। उन्होंने केंद्र सरकार की एजेंसियों जैसे ईडी, सीबीआई और अन्य संस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये संस्थाएं केवल विपक्षी नेताओं को परेशान करने के लिए सक्रिय रहती हैं, जबकि राज्य सरकार के घोटालों पर बिल्कुल चुप हैं।
उन्होंने कहा, “ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां विपक्ष के नेताओं के पीछे पड़ी हैं, लेकिन जब बात असली घोटालों की आती है तो ये संस्थाएं निष्क्रिय हो जाती हैं।”
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला और कहा कि वे अब पूरी तरह ‘अचेत अवस्था’ में हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “मुख्यमंत्री को न अपनी घोषणाएं याद रहती हैं और न ही राज्य की वर्तमान स्थिति की जानकारी है।
राजद नेता ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार के कई मंत्री भ्रष्टाचार में गले तक डूबे हुए हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि सीएजी रिपोर्ट के आधार पर सभी आरोपियों की जांच करवाई जाए और जनता को सच्चाई से अवगत कराया जाए।
तेजस्वी यादव ने चेतावनी दी कि अगर इस मामले पर सरकार चुप रही, तो विपक्ष सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगा।