सिवान :- बड़ी खबर सिवान से आ रही है। सिवान में महादेवा ओपी क्षेत्र के मिशन कंपाउंड स्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार के ठिकानों पर विजिलेंस की टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। कर्मियों के बीच निगरानी की कार्रवाई की चर्चा होती रही। कर्मी इस सूचना से सशंकित रहे कि यहां भी निगरानी की टीम आने वाली है। हालांकि, यहां कोई टीम नहीं आई।
करीब साढ़े तीन घंटे तक चले छापेमारी के दाैरान टीम द्वारा कार्यालय व आवास से करीब 14 लाख रुपये नकद बरामद किया गया। बताया गया कि मिथिलेश कुमार जिले में वर्ष 2020 में डीईओ के पद पर तैनात रहे थे। वे जिला शिक्षा पदाधिकारी के अलावा डीपीओ स्थापना और डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान के पद रहे थे। यहां पदस्थापन के समय उनके द्वारा दो शिक्षकों को बर्खास्त करने की कार्रवाई विवादों में रहा था।
बर्खास्त शिक्षक ओबरा प्रखंड के मखरा गांव निवासी कमलेश कुमार विकल और दाउदनगर के अरई गांव के रजनीश कुमार बर्खास्तगी के बाद बहाल हो गए तब दोनों ने मिथिलेश कुमार के खिलाफ निगरानी से लेकर विभाग के सभी वरीय पदाधिकारी के पास आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत की थी। मिथिलेश के खिलाफ दोनों शिक्षकों ने सोशल मीडिया पर भ्रष्टाचार से लेकर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया था। दोनों शिक्षकों ने डीईओ के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था।
अगस्त 2020 में गठित की गई थी जांच टीम
डीईओ मिथिलेश कुमार के भ्रष्टाचार के आरोप में अगस्त 2020 में जांच टीम गठित की गई थी। वर्ष 2020 में रहे विभागीय निदेशक प्रशासन सह अपर सचिव सुनील कुमार के द्वारा गठित की गई जांच टीम में विभाग के उपसचिव अरशद फिरोज, पटना प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक सुरेंद्र कुमार सिन्हा, प्राथमिक शिक्षा के उपनिदेशक प्रभात कुमार पंकज शामिल थे।
जांच टीम शिक्षक रजनीश कुमार की शिकायत पर गठित की गई थी। मिथिलेश कुमार पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने, कार्यालय में रजिस्टर और खेलकूद की सामग्री की खरीद में वित्तीय अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया था।