
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही सूबे की सियासत में गर्मी बढ़ गई है। राजनीतिक दल अब एक-दूसरे को घायल करने के मिशन पर उतर आए हैं। इस बार चोट खाई है राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने।
दरअसल, राजद नेता तेजस्वी यादव दिल्ली में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को लेकर माथापच्ची में जुटे थे, वहीं पटना में उनकी पार्टी को तगड़ा झटका लग गया। सोमवार को राजद के तीन विधायकों ने पार्टी छोड़कर जनता दल (यूनाइटेड) का दामन थाम लिया।
इनमें परसा के विधायक छोटे लाल राय, नवादा की विधायक विभा देवी, और रजौली के विधायक प्रकाश वीर शामिल हैं।
🟢 छोटे लाल राय का बड़ा फैसला, राजद को करारा झटका
परसा से राजद विधायक छोटे लाल राय, जो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाते हैं और कभी लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाते थे, ने अपने समर्थकों के साथ जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली।
2020 में उन्होंने राजद के टिकट पर जीत हासिल की थी। अब उनके जदयू में जाने के बाद परसा विधानसभा क्षेत्र में नए राजनीतिक समीकरण बनने लगे हैं।
🟣 विभा देवी और प्रकाश वीर भी पहुंचे नीतीश की शरण में
छोटे लाल राय के साथ-साथ नवादा की विधायक विभा देवी ने भी जदयू का झंडा थाम लिया। दोनों को मंत्री श्रवण कुमार ने सदस्यता दिलाई।
वहीं रजौली विधायक प्रकाश वीर मंगलवार को औपचारिक रूप से जदयू में शामिल होंगे। माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में वह जदयू के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
बिहार की राजनीति में यह घटनाक्रम राजद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, जबकि जदयू खेमे में इस कदम से नई ऊर्जा का संचार दिख रहा है। चुनावी रण से पहले यह सियासी पलटवार निश्चित रूप से खेल का रुख बदल सकता है।