
धरमपरसा बाजार में दिनदहाड़े ज्वेलरी शॉप में हथियारबंद लूट, दहशत में लोग, पुलिस महकमे में हड़कंप
गोपालगंज (बिहार): जिले के मांझा थाना क्षेत्र स्थित धरमपरसा बाजार मंगलवार को उस समय दहल उठा जब दिनदहाड़े हथियारों से लैस अपराधियों ने एक ज्वेलरी दुकान में घुसकर भारी लूटपाट की। इस भीषण वारदात ने न सिर्फ आम जनता को सहमा दिया, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लूट की पूरी वारदात: बाजार में आतंक का मंजर
मंगलवार की दोपहर करीब 1 बजे, तीन मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए करीब 5 से 7 की संख्या में अपराधी धरमपरसा बाजार पहुंचे। बाजार के व्यस्त इलाके में स्थित एक प्रसिद्ध ज्वेलरी शॉप को निशाना बनाते हुए अपराधियों ने हथियार लहराते हुए दुकान के अंदर प्रवेश किया। चंद मिनटों में ही उन्होंने दुकानदार को बंदूक की नोक पर कब्जे में लेकर दुकान में रखे करीब 10 से 12 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण लूट लिए।
लूट की घटना को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने बाजार में दहशत फैलाने के लिए कई राउंड हवाई फायरिंग की और तेजी से भाग निकले। गोलियों की आवाज सुनते ही बाजार में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कई दुकानदारों ने आनन-फानन में अपनी दुकानें बंद कर दीं। पूरे बाजार में डर और असुरक्षा का माहौल व्याप्त हो गया।
पुलिस-प्रशासन पर उठा सवाल, मौके पर पहुंचे वरीय अधिकारी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। सदर एसडीपीओ राजेश कुमार के नेतृत्व में मांझा थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। कुछ ही देर बाद सारण रेंज के डीआईजी निलेश कुमार, सिवान एसपी मनोज कुमार तिवारी समेत कई वरीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
घटनास्थल के आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है और अपराधियों की पहचान के लिए विशेष टीम गठित कर छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने जिले की सीमाओं को सील कर नाकेबंदी शुरू कर दी है और संभावित ठिकानों पर रेड मारी जा रही है।
डीआईजी का बयान – जल्द अपराधी होंगे गिरफ्त में
घटना को लेकर डीआईजी निलेश कुमार ने कहा:
> “हमें जो प्रारंभिक जानकारी मिली है, उसके अनुसार लूट की इस वारदात को तीन मोटरसाइकिलों पर सवार 5 से 7 अपराधियों ने अंजाम दिया है। अपराधियों ने भागते समय हवाई फायरिंग भी की जिससे बाजार में दहशत फैल गई। हमने सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं और तकनीकी सहायता के साथ अपराधियों की पहचान की जा रही है। बहुत जल्द सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
स्थानीय लोगों में डर, व्यापारियों में आक्रोश
इस घटना ने बाजार के व्यवसायियों और आम लोगों के मन में भय पैदा कर दिया है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि इस तरह दिनदहाड़े हुई वारदात से उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता है। कई व्यापारियों ने कहा कि पहले भी बाजार क्षेत्र में चोरी और लूट की घटनाएं होती रही हैं, लेकिन पुलिस ने कभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
राजनीतिक प्रतिक्रिया भी शुरू
घटना के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और बाजार में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। साथ ही, व्यापारियों को उचित मुआवजा देने की भी मांग उठ रही है।
सवालों के घेरे में पुलिस और प्रशासन
इस तरह की घटना से यह स्पष्ट होता है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और वे पुलिस से नहीं डरते। दिनदहाड़े व्यस्त बाजार में हथियारों के साथ लूट को अंजाम देना कहीं न कहीं सुरक्षा तंत्र की नाकामी को उजागर करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते गश्ती और खुफिया तंत्र मजबूत किया गया होता, तो शायद यह वारदात रोकी जा सकती थी।