छपरा – इबादत एवं दुआओं का रात है शबे बारात, 25 फरवरी को मुस्लिम समुदाय का पवित्र त्यौहार शबे बरात का आयोजन होने वाला दिन इस दिन को मुस्लिम समुदाय के लिए विशेष दिन होता है इस मौके पर घरों में मीठे पकवान सूजी का हलवा दाल का हलवा सहित अन्य व्यंजन को बनाया जाता है.
शबे-बरात इस्लाम धर्म का यह एक ऐसा दिन होता है जहां गुनाहों से तौबा करने की रात होती है जिसमें लोग अल्लाह की इबादत कर अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं।
इस्लाम धर्म को मानने वालों के लिए शबे बरात फजीलत और इबादत की रात होती है जिसमें मुसलमान अल्लाह तबारक वताला (ईश्वर) से अपनी गुनाहों की माफी मांगते हैं इस मौके पर छपरा के मशहूर मजार कुंवारे पीर बाबा, सलीमुद्दीन मजार, छपरा जंक्शन मजार, दादा साहब मजार सहित कब्रिस्तान को भी बेहद खूबसूरत रंग-बिरंगी रोशनी से नहलाया गया है मुस्लिम धर्म के अनुयाई के साथ अन्य समुदायों के लोग भी इस इबादत की रात को अपने लिए दुआएं मांगते हैं।