बिहार के औरंगाबाद में एक पोलिंग बूथ पर महज 3 वोट पड़े। मतदान अधिकारी पूरे दिन इंतजार करते रहे लेकिन लोग वोटिंग करने नहीं आए। यह मामला औरंगाबाद प्रखंड के नेहुटा गांव का है।
यहां के लोगों ने एकजुट होकर मतदान का बहिष्कार किया। इससे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। इसके बावजूद लोग वोट डालने पोलिंग बूथ पर नहीं पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक औरंगाबाद के नेहुटा गांव के लोग इलाके में खस्ताहाल सड़क एवं पेयजल की समस्या को लेकर नेताओं और अफसरों से नाराज हैं। उन्होंने पूर्व में ही मतदान के बहिष्कार की चेतावनी दे दी थी। मगर जिम्मेदारों ने कोई सुध नहीं ली। शुक्रवार को मतदान के दिन गांव वालों ने वोटिंग से पल्ला झाड़कर अपना विरोध जाहिर किया। लोगों का कहना है कि उन्हें सड़क, नाली और नल जल जैसी योजना का लाभ नहीं मिला। नेहुटा गांव के पोलिंग बूथ पर महज 3 वोट ही पड़े।
बता दें कि औरंगाबाद समेत बिहार की चार लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को पहले चरण में वोट डाले गए। औरंगाबाद के अलावा जमुई, नवादा और गया में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई। दोपहर तीन बजे तक चारों सीटों पर औसतन 40 फीसदी मतदान हुआ। दक्षिण बिहार की इन सीटों पर मुख्य रूप से एनडीए और महागठबंधन में मुकाबला है। महागठबंधन की ओर से चारों सीटों पर आरजेडी ने प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं, एनडीए में नवादा और औरंगाबाद से बीजेपी, गया से हम और जमुई से लोजपा रामविलास चुनाव लड़ रही है।