सारण :- जिले के मशरक प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में संतान के दीर्घायु एवं आरोग्य होने की कामना को लेकर महिलाओं ने श्रद्धापूर्वक जीवित्पुत्रिका व्रत रखा। इस कठिन व्रत के लिए कई दिनों से तैयारियां चल रही थी। ज्ञात हो कि जीवित्पुत्रिका व्रत में महिलाए निर्जला उपवास रख ईश्वर से अपने संतान के लिए मंगलकामना करती है।
जीवित्पुत्रिका व्रत कों लेकर क्षेत्र में उत्साह देखने को मिला।
जीवित्पुत्रिका व्रत साल के आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इसी कड़ी में आज रविवार को इस पर्व के अष्टमी तिथि की शाम में क्षेत्र के मंदिरों एवं घरों में महिलाएं अपने पुत्रों की दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना को पौराणिक भजनों के साथ विधिवत पूजा-अर्चना करती दिखी।
जीवित्पुत्रिका व्रत सप्तमी तिथि को नहाए खाए के बाद अष्टमी तिथि को महिलाएं अपने बच्चों के सुख, समृद्धि और उन्नति के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और इसके बाद नवमी तिथि यानी कि अगले दिन व्रत का पारण कर व्रत को महिलाएं समाप्त करती हैं।