पटना एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस के मैनेजर रुपेश सिंह की हत्या में शामिल सारे आरोपियों को सबूत के अभाव में बरी कर दिया है। 2021 के जनवरी में इंडिगो मैनेजर रुपेश सिंह की पटना में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने हत्याकांड में चार लोगों को आरोपी बनाया था और उनके खिलाफ दो बार में लगभग 350 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। पुलिस ने अपने आरोप के समर्थन में 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी कोर्ट में जमा किए थे जिसके जरिए आरोपियों के मूवमेंट को इस मर्डर से जोड़ने का दावा किया गया था। कोर्ट ने साढ़े तीन साल पुराने इस मर्डर केस के चारों आरोपियों को साक्ष्य का अभाव बताकर बाइज्जत बरी कर दिया है।
रुपेश सिंह की हत्या 12 जनवरी 2021 को पटना में शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र में उनके अपार्टमेंट के बाहर कर दी गई थी। हत्या के समय रुपेश पटना एयरपोर्ट से ड्यूटी कर अपने घर लौट रहे थे। इस हत्याकांड को लेकर बिहार में काफी राजनीतिक बवाल हुआ था क्योंकि रुपेश के सभी दलों के नेताओं से अच्छे संबंध थे। हत्या की वजह को लेकर पुलिस काफी समय अंधेरे में तीर चलाती रही। फिर उसने मुख्य आरोपी ऋृतुराज की गिरफ्तारी के बाद दावा किया कि नवंबर 2020 में रोड रेज की एक घटना में रुपेश की ऋृतुराज से हाथापाई हुई थी। पुलिस के मुताबिक ऋृतुराज पिटाई का बदला लेने के लिए लगातार रुपेश को मारने की प्लानिंग कर रहा था।
रुपेश सिंह की पत्नी नीतू सिंह ने पुलिस के इस दावे पर सवाल उठाया था और कहा था कि 29 नवंबर को उनकी कार से एक बाइक टकराई थी लेकिन उसमें कोई हाथापाई जैसी बात नहीं हुई थी। रुपेश के परिजनों ने कहा था कि बाइक वाला सॉरी बोलकर चला गया था और कोई विवाद या झगड़ा नहीं हुआ था। पुलिस ने रुपेश मर्डर केस में ऋृतुराज के अलावा सौरभ, छोटू और आर्यन को आरोपी बनाया था। कोर्ट ने सबको बरी कर दिया है।