नीतीश के मुख्यमंत्री तथा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के संयोजक बनेंगे। यह लगभग तय हो चुका है। यह बड़ी पहल कांग्रेस ने की है। शीघ्र ही इसकी घोषणा की जा सकती है।
नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन का संयोजक बनाये जाने की चर्चा छह माह से चल रही है। यह चर्चा पटना में हुई इस गठबंधन की पहली बैठक से हो रही है। लेकिन अब इसकी चार बैठकों के बाद यह आकार लेने की ओर है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने की गंभीर पहल हुई।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी ने नीतीश कुमार से दोपहर बाद फोन पर बात की। सूत्रों की मानें तो बातचीत के केंद्र में बिहार के मुख्यमंत्री का इस गठबंधन का संयोजक बनना तथा इसके आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा ही रही। मालूम हो कि नीतीश कुमार की पहल पर ही विपक्षी पार्टियां एक साझा मंच पर आई हैं।
विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक पटना में 23 जून 2023 को हुई थी। इसमें 15 दल शामिल हुए थे। बाद में दलों की संख्या बढ़ती गई। दूसरी बैठक 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरू में हुई, जिसमें गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ तय हुआ। तीसरी बैठक मुम्बई में 31 अगस्त व 1 सितम्बर को जबकि चौथी बैठक दिल्ली में 19 दिसम्बर को हुई थी।अभी इंडिया गठबंधन में प्रमुख 28 विपक्षी पार्टियां शामिल हैं।
इससे पहले भी जब दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में नीतीश कुमार की नाराजगी की खबरें सामने आई थीं। तब भी कुछ दिन बाद राहुल गांधी ने फोन पर नीतीश कुमार से बातचीत की थी। और डैमेज कंट्रोल किया।
अब एक बार फिर नीतीश कुमार से राहुल और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने फोन पर बातचीत की है। बताया जा रहा था कि गठबंधन की चौथी बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम कैंडिडेट के तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव दिया था। वहीं गठबंधन के संयोजक पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। जिसके बाद नीतीश के नाराज होने की अटकलें तेज हो गई थीं।
बताया जा रहा है कि जल्द ही ‘इंडिया’ के संयोजक के तौर पर नीतीश कुमार के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। जिसकी मांग जेडीयू बीते कई महीनों से कर रही थी। वहीं नीतीश कुमार के खुद जदयू की कमान संभालने के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में नया उत्साह देखा गया है। हालांकि अभी तक सीट शेयरिंग को लेकर किसी तरह का कोई फैसला इंडिया गठबंधन की बीती चार बैठकों में नहीं हो सका है। जिसको लेकर भी सभी दलों में बेचैनी बनी हुई है।