लखनऊ. भोजपुरी गानों से यूपी और बिहार की सियासत गर्म करने वाली सिंगर नेहा सिंह राठौर ने शादी कर दी है. उन्होंने हाल के ही यूपी विधानसभा चुनाव में ‘यूपी में का बा’ गाने के जरिए योगी सरकार पर तंज कसा था.
इसी गाने के बाद पूरे यूपी में काफी फेमस हुईं नेहा सिंह राठौर अब यूपी की बहू बन गईं हैं. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक नेहा ने 21 जून को अबेंडकरनगर के रहने वाले हिमांशु सिंह से शादी कर ली है. नेहा और हिमांशु की शादी का समारोह लखनऊ के नीलांश थीम पार्क में संपन्न कराया गया.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक नेहा सिंह राठौर और हिमांशु पहले से एक दूसरे के संपर्क में थे. दोनों के परिवारों की सहमति के बाद शादी की रस्मों को साकार किया गया. लखनऊ के नीलांश थीम पार्क में शादी समारोह का आयोजन बेहद सादे तरीके से किया गया और इसमें किसी वीवीआईपी गेस्ट, नेता या अन्य किसी हस्ती को न्यौता नहीं दिया गया. शादी के दौरान नेहा खूबसूरत साड़ी में नजर आ रही हैं.
हिमांशु और नेहा की सगाई पिछले साल हो गई थी. सूर्यकान्त सिंह के पुत्र हिमांशु सिंह मूल रूप से अम्बेडकरनगर के थाना महरुआ के गांव हीड़ी पकड़िया के रहने वाले है. जून 2021 में शादी होने से पहले हिमांशु की मां उषा सिंह कोविड की चपेट में आ गईं और उनका निधन हो गया. परिवार में हुई इस दुखद घटना के बाद इनकी शादी टल गई थी.
ऐसे चर्चा में आईं नेहा सिंह राठौर
बिहार की मूल निवासी नेहा सिंह राठौर, यूपी विधान सभा चुनाव के दौरान उस समय चर्चा में आईं, जब उन्होंने यूपी सरकार पर तंज कसते हुए ‘यूपी में का बा’ गाना गाया. उनका यह गाना चुनावी माहौल में विपक्षी पार्टियों को काफी पसंद आया. लिहाजा यह इतना वायरल हुआ कि हर किसी की जुबान पर आ गया था.
बाद में नेहा सिंह राठौर ने इसका पार्ट 2 और 3 भी गाया था. आलम यह था कि नेहा के जबाब में बुंदेलखंड की एक लोक गायिका अनामिका अम्बर और मशहूर एक्टर व गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने जबाबी गीत ‘यूपी में ये बा’ गाया.
अब लोक कलाकार और भाजपा नेता ने कसा तंज
‘यूपी में का बा’ गाकर नेहा सुर्ख़ियों में आ गयी थीं, अब उसी को लेकर उन पर तंज कसा जा रहा है. मशहूर लोक गायिका बंदना मिश्रा कहती हैं कि अब यह साबित हो गया की नेहा सिंह राठौर ने विधानसभा चुनाव के दौरान यूपी को लेकर भ्रम फैलाया था. वहीं हास्य व्यंगकार ताराचंद तन्हा कहते हैं, ‘अब नेहा को गाना चाहिए यूपी में हमार ससुराल बा.’
इसके अलावा भाजपा एमएलसी हरिओम पांडेय ने कहा, ‘उस वक्त चुनावी समय चल रहा था और यूपी में विपक्ष के साथ मिलकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए स्टंट किया गया था. महज खुद को हाईलाइट करने के लिए. अब उसी यूपी में शादी भी कर ली और शरण भी ले लिया, इसलिए हमलोग पहले से कह रहे थे यूपी में सब बा.’