मुंगेर संसदीय क्षेत्र से जदयू के ललन सिंह एक बार फिर से सियासी किमस्त आजमाने की तैयारी में हैं. उनके नाम की घोषणा जल्द ही एनडीए उम्मीदवार के तौर पर की जा सकती है.
लेकिन मुंगेर के ललन सिंह के मुकाबले कौन मैदान में होगा इसे लेकर अब मामला साफ होता दिख रहा है. बाहुबलियों के गढ़ के रूप में पहचान रखने वाले मुंगेर संसदीय सीट से एक बार फिर से एक बाहुबली की पत्नी किस्मत आजमाने को तैयार है. यानी ललन सिंह के सामने जैसे वर्ष 2014 और 2019 में बाहुबली की पत्नी मैदान में उतरी थी, वैसे ही इस बार भी एक बाहुबली की पत्नी ही ललन सिंह को चुनौती देते दिखेगी.
ललन सिंह को सियासी मात देने के लिए इस बार राजद सुप्रीमो लालू यादव खास रणनीति बनाने में लगे हैं. सूत्रों का कहना है कि इसके लिए लालू यादव ने 17 साल जेल की सजा काटकर बाहर आए कुख्यात अशोक महतो पर दांव लगाने की योजना बनाई है. 55 वर्षीय अशोक महतो ने मंगलवार रात अचानक से एक 46 वर्षीय महिला कुमारी अनीता से विवाह कर इसके संकेत भी दे दिए. अशोक महतो ने पटना के बख्तियारपुर के करौटा माँ जगदम्बा स्थान मंदिर में कुमारी अनीता से शादी रचाई. अनीता मूल रूप से मुंगेर के बरियारपुर की रहने वाली है और दिल्ली में रहती थी. चुकी चुनाव प्रवधानो के तहत अशोक महतो खुद चुनाव नहीं लड़ सकते थे इसलिए उन्होंने आनन-फानन में अनीता से शादी रचाई. उनकी शादी खरमास में हुई थी जबकि आम तौर पर लोग विवाह नहीं करते हैं.
बिहार में कभी अशोक महतो गिरोह काफी सक्रिय था. अशोक महतो ने सन 1990 के दशक और वर्ष 2000 के दशक के शुरुआती दौर में नालंदा, नवादा और शेखपुरा जिले में 100 से अधिक गांवों को प्रभावित किया था. खासकर जातीय नरसंहार के लिए अशोक महतो बदनाम हुए थे. शोक महतो नवादा जिले के वारसलीगंज थाना क्षेत्र के कोननपुर गांव के रहने वाले हैं. 2002 में वह नवादा जेल से भाग गया था। जेल से भागने के दौरान उसके सहयोगी पिंटू महतो ने तीन पुलिस अधिकारियों की हत्या कर दी. उनको नवादा जेल ब्रेक कांड और शेखपुरा के जेडीयू विधायक रणधीर कुमार सोनी पर जानलेवा हमला का आरोप था. वहीं, 2005 में सांसद राजो सिंह की हत्या के लिए भी महतो गैंग को ही जिम्मेदार ठहराया गया था. अशोक पिछले साल ही 17 वर्षों की सजा काटकर जेल से बाहर आए थे.
आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा की किताब पर आधारित वेब सीरीज ‘खाकी द बिहार चैप्टर’ अशोक महतो से जुड़ा हुआ था. हालांकि इस वेब सीरीज का अशोक महतो के समर्थकों ने विरोध भी किया और कहा है कि इस सीरीज में कुछ कहानी गलत भी है. कहा जा रहा है कि लालू यादव से पिछले दिनों अशोक महतो की भीतरखाने चर्चा हुई थी. लालू ने ही उन्हें शादी करने और पत्नी को चुनाव में उतारने का सुझाव दिया था. जेडीयू सांसद ललन सिंह के खिलाफ मुंगेर से लोकसभा चुनाव लड़ने को कहा है.
अशोक कुशवाहा जाति से आते हैं. मुंगेर में सर्वाधिक प्रभावशाली जातियों में भूमिहार, धानुक, कुर्मी, कुशवाहा, यादव हैं. साथ ही मुस्लिमों का भी बड़ा वोट बैंक है. ऐसे में पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग की जातियों को एक जुट कर अशोक महतो अपनी पत्नी के लिए सियासी समर साध सकते हैं.
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में 20 लाख 27 हजार 616 मतदाता लोकतंत्र के महापर्व में मतदान करेंगे. यह 2019 के लोकसभा चुनाव के मतदाताओं की संख्या से करीब 132805 ज्यादा है. मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में मुंगेर व जमालपुर विधानसभा, लखीसराय जिले का सूर्यगढ़ा व लखीसराय विधानसभा तथा पटना जिले का मोकामा व बाढ़ विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. लखीसराय विधानसभा के 3.93 लाख मतदाता आसन्न लोकसभा चुनाव में मतदान करेंगे. वहीं मुंगेर, जमालपुर, सूर्यगढ़ा में भी मतदाताओं की संख्या 3 लाख के पार है. मोकामा में 2,90,513 जबकि बाढ़ विधानसभा में 2,94,748 मतदाता हैं.