
गोदाम से कई शराब की बोतलें बरामद, मेडिकल जांच के बाद सभी को न्यायालय में पेश किया जाएगा
छपरा। शहर के बाजार समिति गोदाम नंबर-1 में रविवार की देर रात पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक चल रही शराब पार्टी का भंडाफोड़ कर दिया। इस दौरान सहायक गोदाम प्रबंधक (एजीएम) रविकांत गौतम, मशरक के पैक्स अध्यक्ष, एक कंप्यूटर ऑपरेटर और दो अन्य व्यक्तियों को रंगे हाथ शराब पीते हुए गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मौके से कई बोतल विदेशी शराब भी बरामद की, जिन्हें सील कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
गुप्त सूचना के बाद बनी विशेष टीम
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. कुमार आशीष को रविवार शाम गुप्त सूत्रों के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि बाजार समिति के गोदाम नंबर-1 में कुछ अधिकारी और उनके परिचित शराब सेवन कर रहे हैं। चूंकि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, इस तरह की सूचना को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
इसके बाद एएसपी राम पुकार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें मुफस्सिल थाना पुलिस के साथ-साथ विशेष शाखा के अधिकारी भी शामिल थे। टीम को निर्देश दिया गया कि छापेमारी के दौरान किसी को भी सतर्क होने का मौका न मिले और सबूत सुरक्षित किए जाएं।
देर रात हुई छापेमारी, रंगे हाथ पकड़े गए सभी
रात करीब 11 बजे पुलिस टीम ने गोदाम नंबर-1 को चारों ओर से घेर लिया और अचानक छापेमारी शुरू कर दी। गोदाम के अंदर पहुंचते ही पुलिस ने देखा कि वहां पांच लोग शराब के साथ पार्टी कर रहे थे। पुलिस को देखते ही कुछ लोग भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन टीम की सतर्कता के कारण सभी को मौके पर ही पकड़ लिया गया।
गिरफ्तार व्यक्तियों में सहायक गोदाम प्रबंधक रविकांत गौतम, मशरक पैक्स अध्यक्ष, एक कंप्यूटर ऑपरेटर और दो अन्य व्यक्ति शामिल हैं। मौके से शराब की खुली बोतलें, गिलास, और सीलबंद शराब की कई बोतलें बरामद की गईं।
बाजार समिति में मचा हड़कंप
पुलिस कार्रवाई की खबर फैलते ही बाजार समिति परिसर में अफरा-तफरी मच गई। देर रात ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और गोदाम के कर्मचारी वहां इकट्ठा हो गए। कई लोग इस घटना को लेकर हैरान थे, जबकि कुछ का कहना था कि यहां लंबे समय से इस तरह की शराब पार्टियां होती रही हैं, लेकिन पुलिस की पकड़ से अब तक बची हुई थीं।
मामले की जांच जारी
एएसपी राम पुकार सिंह ने मीडिया को बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपियों के खिलाफ बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। बरामद शराब को सील कर प्रयोगशाला में भेजा गया है। सभी आरोपियों का सदर अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है, जिसके बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरे मामले में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। अगर जांच में और नाम सामने आते हैं, तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शराबबंदी के बावजूद बढ़ रही गुप्त पार्टियां
गौरतलब है कि बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है, लेकिन इसके बावजूद कई जगहों पर चोरी-छिपे शराब का सेवन और अवैध कारोबार जारी है। छपरा में यह पहली बार नहीं है जब किसी सरकारी परिसर में शराब पार्टी का खुलासा हुआ हो। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।