सारण डेस्क:- बड़ी खबर आपको बता दें कि छपरा जंक्शन पर ट्रेन में जांच के दौरान लगभग पांच लाख के मूल्य के कछुए बरामद की गई है।
आपको बता दें कि ट्रेन नंबर 13138 में चेकिंग के दौरान कोच संख्या एस 5 के सीट नम्बर 49 के नीचे 3 अदद पिठ्ठू बैग बरामद हुआ है। चेकिंग के दौरान बैग के पास बैठे एक व्यक्ति द्वारा मौके से भागने का प्रयास किया गया, जिसे अन्य स्टाफ की मदद से मौके पर रोक दिया गया।
पूछताछ के दौरान उसने बताया गया कि वह आज़मगढ़ से गंगा नदी का कछुआ खरीद कर दवा में उपयोग के लिए बैरकपुर पश्चिम बंगाल बेचने के लिए ले जाया जा रहा था।
बैग के पास पकड़े गए आदमी के अनुसार आज़मगढ़ साईड से गंगा नदी से निकाले गए कछुवे को जुट की बोरी व पिठ्ठू बैग में डाल कर पश्चिम बंगाल ले जाकर बेचने की योजना थी।
कछुओं की तस्करी का मकसद इसे मारकर दवाई बनाने में इस्तेमाल करना था।इसकी अंतराष्ट्रीय बाजार में बहुत ज्यादा पूछ है। कछुआ उत्तर प्रदेश से कलकत्ता ले जाया जा रहा था। अंतराष्ट्रीय बाजार में इस विशेष प्रजाति के कछुआ का मांग रहता है। जोशवर्धक और सौंदर्य के दवाई में इस प्रजाति के कछुओं का इस्तेमाल होता है
पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि उसे कछुआ पहुंचाने पर 1500 रुपये बतौर मेहनताना मिलने वाला था। उत्तर प्रदेश के अलग अलग जिलों से कछुए इकठ्ठा कर बंगाल भेजा जाता है जहाँ से इसे अंतराष्ट्रीय बाजार में ले जाया जाता हैं। बरामद विशेष किस्म का कछुवा गंगा के तटीय क्षेत्र में पाया जाता है।
छपरा जंक्शन RPF पोस्ट के पोस्ट कमांडर मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि 13138 ट्रेन के स्लीपर में 2 बोरियों और 1 बैग में इन कछुओं को छुपाकर रखा गया था।सभी कछुओं को तस्कर के साथ ट्रेन से उतारकर आवश्यक कागजी कार्रवाई कर वनविभाग को अग्रेतर कार्रवाई के लिए सुपुर्द कर दिया गया है। वन विभाग के कर्मचारी सभी कछुओं को इससे आवासीय क्षेत्र में छोड़ देंगे।