
आरजेडी सुप्रीमो लालूप्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. रविवार (25 मई, 2025) को लालू ने एक्स पर पर पोस्ट कर लिखा कि निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है. ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है. अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं.

लालू यादव ने इस निर्णय की जानकारी शनिवार को सोशल मीडिया मंच ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने लिखा “निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतः उपरोक्त परिस्थितियों को देखते हुए उसे पार्टी और परिवार से बाहर किया जा रहा है।”
राजद सूत्रों के मुताबिक, तेज प्रताप यादव पिछले कुछ समय से न केवल पार्टी लाइन से हटकर बयानबाज़ी कर रहे थे, बल्कि नेतृत्व के खिलाफ भी कई बार तीखी टिप्पणियां कर चुके हैं। इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा, जिसके बाद यह कठोर कदम उठाया गया।
तेज प्रताप यादव, जो कभी बिहार के स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं, अब राजद से बाहर होने के बाद अपने भविष्य की दिशा तय करेंगे। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज है कि क्या वे नई पार्टी बनाएंगे, किसी अन्य दल में शामिल होंगे या राजनीति से दूरी बनाएंगे।
तेज प्रताप के निष्कासन के साथ ही लालू यादव ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि चाहे रिश्ता कितना भी नजदीकी क्यों न हो, पार्टी अनुशासन और सामाजिक मूल्यों से समझौता नहीं किया जाएगा।