जम्मू कश्मीर में चुनाव होने वाले हैं. चुनाव को देखते हुए कश्मीर को लेकर राजनेताओं की राजनीतिक गलियारों में चहल पहल बढ़ने लगी है. इसी क्रम में एनडीए की सरकार में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस पर जमकर हमला किया. मांझी ने कहा कि यदि कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस की सरकार जम्मू कश्मीर में बनी ये लोग कश्मीर को पाकिस्तान में मिला देंगे. उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा ये लोग सत्ता के लिए हिजबुल से भी हाथ मिला सकते हैं. इससे पहले भी यही बयान मांझी ने सोशल मीडिया पर भी कहा था. जिसमे उन्होंने कहा था कांग्रेस पार्टी कश्मीर में चुनाव जीतने के लिए पाकिस्तान और हिजबुल से भी गठबंधन कर सकती है.
केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी सोमवार की रात को अपने पैतृक आवास गया जिले के महकार गांव में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि एनडीए का भी यही मत है कि कांग्रेस के लोग अब्दुल्ला से हाथ मिला रहे हैं. अब्दुला की रीति और नीति क्या है यह कांग्रेस जानती है. इससे स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस फिर से जम्मू कश्मीर में धारा 370 लागू करना चाहती है. ये सभी लोग एसटी और एससी के विरोधी हैं. अब्दुल्ला से गठबंधन का मतलब साफ है कि कांग्रेस भी उसी एजेंडे पर काम कर रही है. अगर ये लोग जम्मू कश्मीर में होने वाले विधान सभा चुनाव में जीत गए तो कश्मीर को पाकिस्तान में मिला देंगे.
पत्रकारों से बात करते हुए आगे जीतन राम मांझी ने कहा कि जब से बांग्लादेश में सरकार बदली है तब से वहां रहने वाले हिंदुओं के साथ अत्याचार हो रहा है. हिंदू लोगों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कश्मीर के साथ गलत किया था. अगर कश्मीर को उसी समय पूर्ण रूप से अंगीकृत किया गया होता तो आज यह मसला हो नही होता. वैसे ही इन्दिरा गांधी ने भी गलती की. बांग्लादेश को जीतने के बाद, 91 हजार सैनिकों को अपने सामने झुकाकर बांग्लादेश को अलग देश क्यों बनाया. अगर बांग्लादेश को उसी समय भारत में मिलाया होता तो आज यह स्थिति नहीं होती. बांग्लादेश की सरकार को वहां के अल्पसंख्यकों पर ध्यान देने की आवश्यकता है.