बिहार बोर्ड (बीएसईबी) ने बुधवार को मैट्रिक यानी 10वीं कक्षा के रिज़ल्ट्स जारी कर दिए. ख़ास बात यह रही कि जहां इंटर के नतीजों में लड़कों ने टॉप किया था. वहीं मैट्रिक की परीक्षाओं में लड़कियों ने बाज़ी मारी है
राज्य में मैट्रिक टॉपर एक लड़की है. इतना ही नहीं टॉप थ्री में रहने वाली तीन लड़कियां हैं. दिलचस्प है कि पहली टॉपर और तीसरी टॉपर सहेलियां हैं.
बिहार बोर्ड के माध्यम से 10वीं की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या 16.11 लाख थी. इन तमाम छात्रों के बीच बिहार के औरंगाबाद ज़िले की रहने वाली रामायणी रॉय ने 500 में से 487 नंबर लाकर राज्य में टॉप किया है.
उनकी सहेली प्रज्ञा कुमारी राज्य में तीसरे स्थान पर हैं.
बीबीसी हिंदी ने रामायणी से पूछा कि क्या उन्हें इतने अच्छे परिणाम की उम्मीद थी तो उन्होंने कहा, “पढ़ाई और ट्यूशन के दौरान यह उम्मीद तो थी कि टॉप थ्री में आ जाएंगे, लेकिन टॉप करने पर खुशी तो है ही.
कोविड के दौरान पढ़ाई की चुनौतियां पर पूछे जाने पर रामायणी कहती हैं, “कोविड में दिक्कत तो रही ही लेकिन मां और दादी शिक्षक रही हैं और पिताजी वेटरनरी डॉक्टर हैं तो घर में शुरू से पढ़ाई-लिखाई का माहौल रहा है. छोटा भाई भी सैनिक स्कूल भुवनेश्वर (ओडिशा) का टॉपर है.”
जब हमने रामायणी से भविष्य के सपने के बारे में पूछा तो उनका कहना था कि वह पत्रकार बनना चाहती हैं और जो हो रहा है, उसके बजाय जो होना चाहिए उस पर ख़बर करना चाहती हैं.
रवीश कुमार उनके पसंदीदा पत्रकार हैं.
रवीश कुमार को क्यों पसंद करती हैं? इस सवाल पर रामायणी ने कहा, “पहली बात तो ये कि रवीश बिहार के हैं और दूसरा उनका लहजा मुझे बहुत पसंद है.”
वो रवीश को टेलीविज़न और यूट्यूब पर देखती-सुनती हैं. उनसे काफी कुछ सीखती हैं.
राज्य के भीतर मैट्रिक की परीक्षा में दूसरे स्थान पर दो छात्र हैं. कुल 500 में से 486 नंबर लाकर सानिया कुमारी और विवेक कुमार ठाकुर साझा टॉपर हैं.
सानिया बिहार के नवादा और विवेक मधुबनी ज़िले के रहने वाले हैं. सानिया के पिता नवादा ज़िले के रजौली बाज़ार में एक छोटी सी मिठाई की दुकान चलाते हैं.
सानिया को मलाल है कि वो महज़ एक नंबर से राज्य की टॉपर बनने से चूक गईं. उन्हें गणित में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी.
सानिया एमबीबीएस की पढ़ाई करके डॉक्टर बनना चाहती हैं. उन्होंने बताया गणित उनका पसंदीदा विषय है.
गौरतलब है कि मैट्रिक में 487 नंबर के साथ अव्वल आने वाली रामायणी और 485 नंबर के साथ तीसरी टॉपर प्रज्ञा सहेलियां हैं.
प्रज्ञा के पिता किसान हैं और मां एक गृहिणी हैं.
दोनों सहेलियों ने कोरोना काल में स्कूलों के बंद होने की स्थिति में साथ पढ़ाई की और नोट्स का आदान-प्रदान किया.
किसी भी दिक्कत में पड़ने पर एक-दूसरे की मदद की. चूंकि दोनों टॉपर लड़कियां एक ही कोचिंग संस्थान में पढ़ती थीं तो ऐसे में दोस्ती भी गाढ़ी होती गई, लेकिन इसके बावजूद दोनों सहेलियों के करियर की प्राथमिकताएं अलग हैं.
रामायणी जहां पत्रकार बनने की चाहत रखती हैं. वहीं प्रज्ञा डॉक्टर बनकर आम जन की सेवा करना चाहती हैं.
16 मार्च को जारी हुए बिहार बोर्ड की कक्षा 12वीं के परिणाम में तीनों स्ट्रीम यानी विज्ञान, कॉमर्स और आर्ट में लड़कों ने बाज़ी मारी.
राजधानी पटना के इंद्रपुरी मोहल्ली के 18 वर्षीय अंकित कुमार गुप्ता ने इस परीक्षा में टॉप किया है. अंकित ने बिहार बोर्ड की परीक्षा में कॉमर्स की परीक्षा में टॉप किया है. उनके पिता सब्ज़ी बेचते हैं. पटना के बीडी कॉलेज के छात्र अंकित ने कुल 500 में से 473 अंक यानी 94.6 प्रतिशत स्कोर किए हैं.
विज्ञान की श्रेणी में दो टॉपर सौरभ कुमार और अर्जुन कुमार रहे. दोनों ने कुल 500 में से 472 नंबर हासिल किए हैं. सौरभ नवादा में के एलएस कॉलेज के छात्र हैं. उनकी मां बबिता देवी गृहिणी है.