• कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर दिया निर्देश
• शत-प्रतिशत स्वास्थ्य संस्थानों का पोर्टल पर पंजीकरण करने का निर्देश
छपरा,23 मई। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत स्वास्थ्य संबंधी तमाम सेवाओं के डिजिटाइजेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस योजना के तहत जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों- सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य, प्राथमिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य उपकेंद्रों की हेल्थ फैसलिटी का रजिस्ट्रेशन करना है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। सभी स्वास्थ्य संस्थानों के रजिस्ट्रेशन के लिए सिविल सर्जन को नोडल पदाधिकारी तथा जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी को वैरीफायर नामित किया गया है। उच्च प्राथमिकता के साथ सभी स्वास्थ्य संस्थानों का पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने का निर्देश दिया गया है। इसके तहत अब लोगों को डिजिटल हेल्थ आईडी की सेवा उपलब्ध होगी। इसके माध्यम से लोगों का स्वास्थ्य रिकार्ड डिजिटली संरक्षित होगा। आभा यानि आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट लोगों के हेल्थ हिस्ट्री को एक जगह सहेजने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। इसे डिजिटल हेल्थ कार्ड नाम दिया गया है।
मेडिकल हिस्ट्री लेकर नहीं काटने पड़ेंगे अस्पतालों के चक्कर:
जिले के प्रत्येक नागरिक को एक डिजिटल हेल्थ आईडी कार्ड देने की योजना शुरू की गई है। इसमें उनकी सारी मेडिकल हिस्ट्री होगी। इससे व्यक्ति का स्वास्थ्य संबंधित डेटा डिजिटल हो जाएगा। नागरिकों को उपचार कराने के लिए किसी पेपर वर्क, रसीद या किसी दूसरे व्यक्ति पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा। सभी महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे डाक्टरी परामर्श, बीमारी की जांच रिपोर्ट आदि रहेंगी। मरीज सरकारी व निजी अस्पताल में अपना हेल्थ कार्ड दिखाएगा, तो उसमें दर्ज 14 अंकों की यूनिक आईडी से डाक्टर बीमारी की पूरी डिटेल देख सकेगा। इतना ही नहीं मरीज देश के किसी भी डाक्टर से घर बैठे परामर्श भी ले सकता है। अगर कोई मरीज इलाज के लिए दूसरे शहर भी जाएगा तो उसे सिर्फ अपना डिजिटल हेल्थ कार्ड साथ रखना होगा।
ऐसे बनाएं डिजिटल हेल्थ आईडी:
डिजिटल हेल्थ आईडी कार्ड बनवाने के लिए अपना मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक पासबुक, राशन कार्ड और आधार कार्ड की जानकारी देनी होगी। इसके लिए नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की वेबसाइट पर क्रिएट योर हेल्थ आईडी नाउ पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको आधार या ड्राइविग लाइसेंस का आप्शन दिखेगा। जेनरेट वाया आधार पर क्लिक करने के बाद आधार नंबर डालना होगा। मोबाइल नंबर पर ओटीपी सब्मिट करने के बाद एक फार्म दिखेगा। जिस पर सारी मेडिकल जानकारी आप भरकर जमा कर सकते हैं। सब्मिट करते ही आपकी हेल्थ आईडी बन जाएगी। इसमें आपकी जानकारी के साथ फोटो और एक क्यूआर कोड भी होगा।