छपरा, सारण
सायटिका से अधिकतर लोग परेशान रहते हैं, जिससे कमर के नीचे दाहिना या बाएं भाग में हमेशा दर्द बना रहता है तथा कमर में भी दर्द रहता है। इसको लेकर मरीज बड़े बड़े शहरों में बड़े बड़े डॉक्टरों के पास इलाज के लिए भटकते रहते हैं। वहीं इसके लिए एक सटीक दवा सारण जिले के मांझी प्रखंड के बरेजा गांव में बनाए जाने की बात सामने आ रही है।
बताया जाता है कि माँझी प्रखंड के आदर्श ग्राम पंचायत बरेजा निवासी सतेन्द्र प्रसाद ने एक दवा विकसित की है जो भयावह रोग साइटिका को पूर्ण रूप से खत्म करता है। सत्येंद्र प्रसाद एक मशरूम फार्म के मालिक हैं तथा एक अच्छे कृषक भी है। वही अच्छी बागवानी के साथ-साथ उनका यह साइटिका की दवा का खोज देश भर में प्रतिष्ठा पा रहा है। उनके इस दवा को प्राप्त करने के लिए कई राज्यों से लोग उनके यहां पहुंचते हैं तथा अपना इलाज कराते हैं।
इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि यह खोज सिर्फ मेरी नहीं बल्कि इस खोज में उनकी पत्नी तथा उनके पुत्र भी शामिल है। तीनों के सामूहिक प्रयास से यह साइटिका का रामबाण इलाज खोजा गया है, जिससे बिना पैसे के ही वे इलाज करते हैं। सबसे खास बात यह है कि यह दवा अपने आसपास में उपलब्ध जड़ी-बूटी से तैयार की जाती है, जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इस दवा से रीढ़ की हड्डी में जब L4 L5 में जब नस दब जाता है तब जोड़ों की दर्द होती है। बताया जाता है कि इसी दवाई से वह दर्द भी मात्र तीन दिन में ही ठीक हो जाता है।
साइटिका के एक मरीज़ चन्द्रमा महतो ने जानकारी दिया कि उन्हें कई सालों से सायटिका था। मात्र छह खुराक दवा खाने के बाद वे बिल्कुल स्वस्थ हो गए। ऐसे ही बहुत से लोगों को इस दवा से निजात मिला है। एक और मरीज़ शंकर महतो ने भी कहा कि उन्हें भी सायटिका हो गया था। दिल्ली व एम्स के डाक्टरों ने दवा खाने के लिए दिए। लेकिन वहां भी ठीक नहीं हुआ। इस नि:शुल्क इलाज से वे बिल्कुल अच्छे है।