तरैया, सारण।
प्रखंड के भटगांई दक्षिण टोला स्थित हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित सात दिवसीय संगीतमय श्री राम कथा एवं हनुमत जयंती यज्ञ समारोह के व्यासपीठ से प्रसिद्ध कथावाचक पूज्य मधुकर जी महाराज ने मानस कथा के महत्व को बताते हुए कहा कि मानस कथा का एक एक चरित्र मानव जीवन को बदलने वाला है। इस कथा को सुनने वाले का परिवार कभी टूट नहीं सकता। अगर श्रीराम के आदर्शों पर चला जाए तो टूटा हुआ परिवार भी जुट जाता है। सात दिवसीय श्रीराम कथा के पांचवे दिन मधुकर जी महाराज ने भगवान राम और माता सीता के पुष्प वाटिका प्रसंग को सुनाया।
उन्होंने कहा भगवान वाटिका में जाने से पहले मालीगणों से आज्ञा लिए और मालीगण भगवान से विनोद करते हैं और माता सीता की जयकारा प्रभु राम से लगवाते हैं। फिर प्रवेश करने देते हैं। साथ ही भगवान जनकपुर घूमने के लिए लक्ष्मण भैया के साथ जाते हैं और पूरे मिथिला वाले भगवान को निहार कर अपने नेत्र को सफल बनाते हैं।
कथा के मध्य में भगवान के विवाह उत्सव के भव्य रूप को सुनाया गया और अंत में विवाह की झांकी भी निकाली गई। मौके पर तरैया प्रखण्ड सहकारिता पदाधिकारी ओमप्रकाश झा, कल्याण पदाधिकारी ज्ञान रंजन, बिकेश पंडित, सरपंच संघ के प्रदेश महासचिव सुनील कुमार तिवारी, तरैया मुखिया संघ के अध्यक्ष मुकेश कुमार यादव, मुखिया अमित सिंह, ओम प्रकाश राम, विनोद सिंह, नंदकिशोर साह, तारकेश्वर सिंह, दिलीप सिंह, हरेंद्र सहनी,
सुशील सिंह, अनिल कुमार यादव, शैलेश राम, वीर बहादुर राय, प्रमुख प्रतिनिधि धनवीर कुमार सिंह बिक्कू, तरैया सरपंच संघ के अध्यक्ष रविंदर सिंह, सरपंच बिगन राय, सरपंच प्रतिनिधि सुरेश पंडित, शत्रुघ्न महतो, सुनील सिंह, अजीत रंजन सिंह, भागवत सहनी, ललन राम, विजय मांझी, उमर अंसारी, उमेश सिंह, कृष्णा सिंह, शेखर सिंह, अरुण सिंह, प्रियांशु कुमार, शशि शेखर कुमार, विजय प्रताप सिंह, गोलू कुमार तिवारी, रौनक कुमार, अनिश कुमार, कुमार संजिव रंजन, समिती प्रतिनिधि सुनिल राय, बीरेंद्र राम, गुड्डू राय, रंजित महतो,
विश्वकर्मा शर्मा, यज्ञ संरक्षक संजिव चौबे, चंदन ओझा, हिमांशु मिश्रा, पंकज तिवारी, दिलीप सिंह, धनेश पांडे, पुजारी धर्मेंद्र सिंह, दिलीप सिंह, बब्लू सिंह, बबन सिंह, संतोष पांडे, पूर्व विधायक मुद्रिका प्रसाद राय, पूर्व जिला पार्षद प्रतिनिधि सोनू सिंह, पैक्स अध्यक्ष प्रत्युष कुमार उर्फ राहुल सिंह, विजय भारद्वाज समेत हजारों की संख्या में श्रद्धालु श्रोता उपस्थित थे।