छपरा, सारण
छपरा सदर अस्पताल के चिकित्सकीय कार्य का बहिष्कार करने के निर्णय को फिलहाल चिकित्सकों ने स्थगित कर दिया है और आज से काम पर वापस लौट गए हैं। ओपीडी सेवा बहाल होते के साथ ही सदर अस्पताल में मरीजों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी।
हल्की बारिश होने के बावजूद भी सदर अस्पताल में एक साथ 700 से 800 मरीज उपचार के लिए पहुंचे थे। जिनका उपचार किया गया। इस विषय पर ड्यूटी कर रहे चिकित्सकों ने बताया कि सिविल सर्जन उनकी मांगों पर विचार कर रहे हैं। अगर उनकी मांगों पर उन्होंने विचार करते हुए उनके दो महीने के बकाया वेतन का भुगतान शीघ्र नहीं किया तो वे अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था को पूरी तरह ठप्प कर देंगे।
बता दें कि बायोमेट्रिक अटेंडेंस बनाने को लेकर छपरा अस्पताल के चिकित्सक आक्रोशित हैं और उनके द्वारा अटेंडेंस नहीं बनाया जा रहा है। जिसको लेकर अस्पताल प्रशासन के द्वारा उनके दो महीने का वेतन पर रोक लगाया गया है। जिसको लेकर चिकित्सकों के द्वारा 09 से 10 सितंबर को काला बिल्ला लगाकर कार्य किया गया। वहीं 11 सितंबर को चिकित्सकों के द्वारा ओपीडी सेवा पूरी तरह ठप्प कर दिया गया। हालांकि कुछ गंभीर मरीजों का उपचार आपातकालीन वार्ड एवं अन्य चिकित्सकों के द्वारा किया भी गया। ओपीडी के बाहर भी चिकित्सकों ने कुछ मरीजों का उपचार किया।
सिविल सर्जन ने मांगा स्पष्टीकरण
बायोमैट्रिक अटेंडेंस को लेकर आक्रोशित चिकित्सकों के द्वारा हड़ताल के बाद सिविल सर्जन डॉक्टर सागर दुलाल सिंह के द्वारा सभी चिकित्सकों से स्पष्टीकरण की मांग किया गया है। उनके द्वारा स्पष्टीकरण से संतुष्ट होने के बाद वेतन भुगतान की बात कही है। फिलहाल सभी चिकित्सकों के द्वारा उनके स्पष्टीकरण का जवाब लिखित रूप से सौंपा जा रहा है। चिकित्सकों के दो महीने के बकाये वेतन के भुगतान करने और सहमति बनने तक कार्य बहिष्कार को स्थगित रखा गया है।