* चौथे दिन राम लला के बाल लीला और अहिल्या उद्धार के प्रसंग सुन भक्त हुए धन्य
तरैया, सारण।
तरैया प्रखंड के भटगाई दक्षिण टोला में हनुमान मंदिर के प्रांगण में चल रहे सात दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के चौथे दिन कथा वाचक पूज्य मधुकर जी महाराज ने प्रभु श्रीराम के बाल लीला का वर्णन किया। जिसे सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। पूज्य मधुकर जी महाराज ने कहा कि जब श्रीराम ने दशरथ नंदन के रूप में कौशल्या की कोख से जन्म लिया तो अयोध्या के जन-जन में उत्साह छा गया। अयोध्यापुरी में महोत्सव होने लगे। अतिथियों का सैलाब अयोध्या की ओर उमड़ पड़ा। श्रीरामलला के दर्शन के लिए भोले भंडारी सहित विभिन्न देवता अवध आ गए।
उन्होंने कहा कि ब्रह्मा आदि देवता तो भगवान का दर्शन स्तुति कर वापस लौट गए, किंतु भगवान शंकर का मन अपने आराध्य श्रीराम की शिशु क्रीड़ा की झांकी में ऐसा उलझा कि वे अवध की गलियों में विविध वेष बनाकर घूमने लगे। कभी वह राजा दशरथ के राजद्वार पर प्रभु गुन गाने वाले गायक के रूप में, तो कभी भिक्षा मांगने वाले साधु के रूप में उपस्थित हो जाते थे। कभी भगवान के अवतारों की कथा सुनाने के बहाने प्रकांड विद्वान बनकर राजमहल में पहुंच जाते। वे काग भुशुंडि के साथ बहुत समय तक अयोध्या की गलियों में घूम-घूमकर आनंद उठाते रहे।
एक दिन शंकर जी कागभुशुंडि को बालक बनाकर और स्वयं त्रिकालदर्शी वृद्ध ज्योतिषी का वेष धारणकर शिशुओं का फलादेश बताने के बहाने राजनिवास में प्रवेश कर गए। माता कौशल्या ने जैसे ही शिशु श्रीराम को ज्योतिषी की गोद में बिठाया, शंकरजी का रोम-रोम पुलकित हो उठा। वे बालक का हाथ देखने के बहाने कभी उनके कोमल कर कमलों को सहलाते तो कभी अपनी जटाओं से उनके रक्ताभ तलवों को थपथपाते और देवताओं के लिए भी दुर्लभ उन चरण कमलों का दर्शन कर परमानंद में निमग्न हो जाते। साथ ही उन्होंने अहिल्या उद्धार की कथा भी सुनाई। संगीतमय श्री राम कथा के चौथे दिन के कथा के शुभारंभ के मौके पर आरती के बाद पत्रकारों को कथा वाचक मधुकर जी महाराज ने सम्मानित किया। मौके पर पंच सरपंच संघ के प्रदेश महासचिव सुनील कुमार तिवारी, मुखिया अमित कुमार सिंह, ओम प्रकाश राम, अमरनाथ सिंह, संजीव कुमार चौबे, डॉ दिलीप सिंह, नेता धूप नारायण यादव, आचार्य चंदन ओझा, हिमांशु राज मिश्रा, मुखदेव तिवारी बिरेन्दर सिह, समिति प्रतिनिधि बिरेन्दर राम, बृजबिहारी सिह, राहुल सिह गुडु सिह, डॉ रंजय सिह, रामचन्दर तिवारी, बिजय सिह शीला नाथ सिह, मिन्टू सिह, भिरगू नाथ सिह, कौशलेंद्र गिरी, शिक्षक अंशु प्रिया, सरपंच ब्रज सिह, वेद प्रकाश सिह, मुकेश सिह स्वराज, मंटू बाबा, शंभु सिह पूर्व मुखिया रवि सिंह, अरुण सिह, रंघिर कुमार, उमेश सिह, बलराम राम, प्रमोद मिश्रा, रितेश सिंह, तरैया रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्रीनाथ सिंह, पूर्व सरपंच नितेश सिंह समेत सैकड़ो की संख्या में श्रोता उपस्थित थे।