सारण प्रोफेसर के फेसबुक आइडी से किए कुछ पोस्ट से विवाद छिड़ा हुआ है. छपरा के जयप्रकाश विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई नारायण महाविद्यालय गोरियाकोठी, सिवान में राजनीति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर खुर्शीद आलम के फेसबुक अकाउंट से राष्ट्र विरोधी पोस्ट किए गए हैं.
जिसमें पाकिस्तान और बांग्लादेश की एकता जिंदाबाद तो वहीं भारत के मुसलमानों के लिए एक नया देश बनाने की मांग की गयी है. इन फेसबुक पोस्टों को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है. जबकि विश्वविद्यालय ने भी इसे संज्ञान में लिया है.
प्रोफेसर खुर्शीद आलम नाम से बनी आइडी से पोस्ट
नारायण महाविद्यालय के प्रोफेसर खुर्शीद आलम नाम से बनी एक फेसबुक आइडी पर लगातार विवादित पोस्ट किए जाते रहे हैं. इस आइडी से जो पोस्ट किए जाते हैं उसमें अक्सर भारत में हिंदू संगठनों पर निशाना साधा जाता है. लेकिन पिछले कुछ पोस्ट ऐसे सामने आए तो पूरी तरह देशविरोधी हैं. इस आइडी से पाकिस्तान के राष्ट्रगान को सैल्यूट किया गया. बांग्लादेश के राष्ट्रगान की भी तारीफ की गयी. वहीं दो पोस्ट ऐसे भी किए गए जिससे अधिक विवाद खड़ा हो गया है.
प्राचार्य ने जेपी विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. रणजीत कुमार को असिस्टेंट प्रोफेसर का इस्तीफा भेज दिया है।
उल्लेखनीय हो कि असिस्टेंट प्रोफेसर खुर्शीद आलम ने पिछले दिनों अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा है कि मैं दोनों सरकारों से अपील कर रहा हूं कि भारतीय मुसलमान पाकिस्तान और बांग्लादेश से जुड़ा एक अलग देश चाहते हैं।
विवादित पोस्ट से भड़क गये छात्र
इसके पहले भी उन्होंने एक पोस्ट किया था। उसमें उन्होंने लिखा था कि पाकिस्तान जिंदाबाद, हमें असहमति और आत्मनिर्णय का अधिकार दो, बस इतना ही। यह पोस्ट छत्तीसगढ़ के युवक द्वारा पाकिस्तान का झंडा फहराने के बाद उन्हें गिरफ्तार करने की खबर के साथ पोस्ट किया गया था। इसके बाद महाविद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय में बवाल मच गया।
विवि प्रशासन ने मांगा था स्पष्टीकरण
विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय प्रशासन ने अलग-अलग स्पष्टीकरण असिस्टेंट प्रोफेसर से मांग की थी। छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कुलसचिव को स्मार पत्र सौंप कर प्राध्यापक को बर्खास्त करने की मांग की थी।
शनिवार को असिस्टेंट प्राध्यापक खुर्शीद आलम ने स्पष्टीकरण का जवाब देते हुए लिखा है कि उनके पोस्ट से आम लोगों की भावना आहत हुई थी तो वह इसके लिए क्षमा प्रार्थी हैं।
पोस्ट को बताया अभिव्यक्ति की आजादी
अपने स्पष्टीकरण में उन्होंने कहा है कि यह उनकी अभिव्यक्ति की आजादी है। यह मेरे पीएचडी का एक हिस्सा भी है। मेरा उद्देश्य किसी के भावना को आहत करना नहीं था। इसके साथ ही असिस्टेंट प्रोफेसर ने अपना इस्तीफा भी प्राचार्य को सौंप दिया है।
प्राचार्य डॉ. प्रमेंद रंजन सिंह ने प्राध्यापक खुर्शीद आलम का स्पष्टीकरण एवं इस्तीफा दोनों विश्वविद्यालय प्रशासन को भेज दिया है।
असिस्टेंट प्रोफेसर को गिरफ्तार करने की मांग
इन सबके बीच असिस्टेंट प्रोफेसर खुर्शीद आलम को बर्खास्त करने एवं गिरफ्तारी की मांग उठने लगी है। भाजयुमो के क्षेत्रीय प्रभारी नेता राजीव तिवारी ने भी सिवान प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन से प्रोफेसर पर समुचित कार्रवाई करने का मांग की है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के अनर्गल और राष्ट्र विरोधी पोस्ट करना मानसिक दिवालियापन के साथ अर्बन नक्सलाइट का परिचायक है। जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए इन्हें गिरफ्तार करना चाहिए।