बच्चे को दावेदारी को लेकर दोनों परिवार के लोग आपस में भिड़े।
सारण :- जिले के तरैया थाना क्षेत्र में एक 15 वर्षीय बच्चे को लेकर दो परिवार अपने बच्चे होने का दावे करने लगे। उस वक्त अफरातफरी का माहौल बन गया इसी बीच महिलाएं आपस में भी भीड़ गई।
इस बात की सूचना मिलते हीं मौके पर पहुंची स्थानीय थाने की पुलिस ने मामले को शांत कराया और बच्चे को थाना लाया।
बतादे की यह बच्चा इसुआपुर थाना क्षेत्र के विष्णुपरा गांव में घूम रहा था, तभी तरैया थाना क्षेत्र के गण्डार निवासी सुनीता देवी वहां पहुंचकर बच्चे को अपने घर ले आई, और बताई कि पांच साल पहले सावन में मेरे बच्चे को सांप ने काट लिया था और उसे केले कर थम पर गण्डकी नदी में प्रवाह कर दिया था, वह बच्चा पुनः वापस लौट आया है।
यह बाते सुनकर पुरे क्षेत्र में चमत्कार होने की चर्चाए होने लगी।
बच्चे को लौटने को लेकर परिवार मे तीन दिनों से खुशी का माहौल था, लेकिन बच्चा किसी भी परिवार के सदस्य को पहचान नहीं रहा था, तभी शुक्रवार की सुबह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के मदरहवा टोला निवासी श्रवण महतो अपनी पत्नी मीरा देवी और पूरे परिवार के साथ पहुंचे।
उत्तर प्रदेश से आए श्रवण महतो एवं मीरा देवी को देखते ही बच्चा पहचान लिया और उनसे लिपट कर रोने लगा।
परिवार वालों ने अपने बच्चे को अपने साथ ले जाने लगे
तभी बच्चे को पहले से अपना बेटा बताने वाली सुनीता देवी के परिवार एवं गांव वाले भीड़ गए और उसे रोकने लगे। इसको लेकर गांव मे पूरा हंगामा मच गया। मौके पर पुलिस भी पहुंची थी। बच्चे ने ग्रामीणों के समक्ष कुशीनगर से आए परिजनों को पहचाना। वे लोग अपने साथ उसकी पुरानी तस्वीर और आधार कार्ड भी साथ लाए थे।
जिससे उसकी पहचान उसके बेटे मोनु के रूप में हुई है। वहीं तरैया के गण्डार निवासी सुनीता देवी के पास उसका कोई सबूत नही था। पुलिस ने पूछताछ के बाद कुशीनगर से आए परिजनों को बच्चा सौंप दिया है।