
छपरा- वह कहते हैं ना; “पल जब, खुबसूरत यादें बन जाए” तो तब मनुष्य उन यादों को सिर्फ कल्पना मात्र से याद करके जीवन के अंतिम दिनों तक संजोए रखता है”, कुछ ऐसा ही पल जब याद बना तो सारण एकेडमी के उन सभी छात्र-छात्रों को भी अनुभव हुआ और वह हल्के अश्रुपूर्ण में डूब गए, जी हां बीते दो महीनों में सोलंकी बीएड कॉलेज के प्रशिक्षु शिक्षकों ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को न सिर्फ शिक्षित किया, बल्कि उनके मार्गदर्शक और प्रेरणास्रोत भी बने। जब इन शिक्षकों का इंटर्नशिप समाप्त हुआ, तो शनिवार को विद्यालय के कक्षा में एक छोटा सा कार्यक्रम करके छात्रों ने उन्हें अलविदा कहने के लिए एक खास आयोजन की रूपरेखा तैयार की जिसमें छात्रों ने विदाई समारोह आयोजित कि और अपने प्रशिक्षु शिक्षकों को भावपूर्ण विदाई दी।
विदाई समारोह के दौरान छात्रों और प्रशिक्षु शिक्षकों के बीच बना आत्मीय संबंध हर किसी को भावुक कर गया। प्रशिक्षु शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों के स्नेह और सम्मान के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि छात्र-छात्राओं ने प्रशिक्षु शिक्षकों के सम्मान में केक काटा और उन्हें भावनाओं से भरे शब्दों के साथ विदा किया। समारोह के सफल आयोजन में कक्षा 12वीं, कला संकाय की छात्रा पूजा कुमारी की अहम भूमिका रही। उन्होंने न केवल कार्यक्रम का संयोजन किया बल्कि अपने मार्मिक शब्दों से पूरे माहौल को भावनाओं से भर दिया।

प्रशिक्षु शिक्षकों में आकांक्षा कुमारी, नेहा कुमारी, ब्यूटी कुमारी और राहुल कुमार अन्य शामिल रहे। वहीं छात्रों में पूजा कुमारी, रुबी कुमारी, तासु कुमारी, अंजलि, सूफिया, निधि, विवेक कुमार, आदर्श कुमार समेत कई छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे, जिन्होंने नम आंखों से अपने प्रिय शिक्षकों को विदाई दी।

समारोह का समापन शुभकामनाओं और स्मृतियों के आदान-प्रदान के साथ हुआ। यह आयोजन न केवल एक शैक्षणिक यात्रा का समापन था, बल्कि उस रिश्ते की पहचान भी, जो शिक्षकों और छात्रों के बीच सम्मान, स्नेह और विश्वास के धागे से बंधा होता है।