न्यूज डेस्क :- इजराइल के हमले में हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत और उसे आतंकी कहने पर बिहार के छपरा और मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया गया। साथ ही शिया मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। लेबनान में इजराइल के हमले में मारे गए हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत पर शिया समुदाय में गुस्से का माहौल है।
छपरा में हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की इजराइल के हमले में मौत के बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
छपरा में हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की इजराइल के हमले में मौत के बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
मिडिल ईस्ट में टेंशन ऑल टाइम हाई है। इजराइल कई मोर्चे पर जंग लड़ रहा है। हमास के साथ युद्ध को एक साल होने वाले हैं। इस बीच इजराइल हिजबुल्लाह से भी लड़ रहा है। 27 सितंबर को इजराइल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर हमला किया था। इसमें हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया था।
इमाम सैयद मासूम रज़ा ने बताया कि सैयद नसरल्लाह लेबनान में अपने साथियों के साथ शहीद हो गए। उनकी याद में मजलिस और प्रोटेस्ट का आयोजन किया गया। वो हिमायती और मजलूम अवाम के हक वाले व्यक्ति थे। उनकी मौत से पूरे देश में मातमी माहौल है। उनकी तस्वीर के सामने फ़तवा पढ़कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही इस जंग को रोकने के लिए भी मांगी गई।
बीते शुक्रवार इजराइल के हमले में मारे गए हिजबुल्लाह चीफ की याद में कल शुक्रवार को छपरा के दहियावां स्थित शिया इमामबाड़ा में मातमी सभा का आयोजन किया गया। शुक्रवार की रात नमाज के बाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें शिया समुदाय के लोगो ने हाथों में तख्ती और सैयद नसरल्लाह की तस्वीर को लेकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
शिया समुदाय के बुजुर्ग, बच्चे और युवा इमामबाड़ा में सैयद नसरल्लाह की तस्वीर के सामने कैंडल जलाकर उन्हें याद करते हुए फतवा पढ़ा। शिया मस्जिद के मुख्य मौलवी डॉ. सैयद मासूम रजा ने कहा कि नसरल्लाह ने अपने समुदाय के लोगों के लिए शहादत दी है। वो दहशतगर्द वाले जिहादी नहीं थे। वो गरीब लोगों की लड़ाई लड़ रहे थे। इंसाफ वाले जिहादी थे। मातमी सभा में सैयद नसरल्लाह और उनकी बेटी को सदी का सबसे बड़ा शहीद माना गया।
मुजफ्फरपुर में शिया धर्मगुरु सैयद मोहम्मद काज़ीम शबीब की अगुआई में हजारों की संख्या में शिया समुदाय के लोगों ने कमरा मोहल्ला इमाम चौक से सरैयागंज टावर तक कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान भीड़ ने नसरल्लाह की तस्वीरें हाथों में लेकर इजराइल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और नसरुल्लाह को शहीद बताया. वहीं, इस दौरान काज़ीम शबीब ने कहा कि इजराइल ने फिलिस्तीन पर कब्ज़ा कर रखा है.
उन्होंने कहा कि भारत में कुछ लोग इजराइल का समर्थन कर रहे हैं. इजराइल के खिलाफ लड़ने वाले हसन नसरुल्लाह को सभी लोग आतंकवादी कह रहे हैं, जो बहुत गलत है. इजराइल ने 22 हजार बच्चों को मारा, उसे आतंकवादी क्यों नहीं कहा जा रहा है. हम भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह फिलिस्तीन का समर्थन करे, क्योंकि भारत ने हमेशा से ही मजलूमों की रक्षा की है.
आज अदा की जाएगी नमाज-ए-जनाजा
गौरतलब है कि आज हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की नमाज-ए-जनाजा अदा की जाएगी. जिसके बाद उनको सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. हसन नसरल्लाह की नमाज-ए-जनाजा में ईरान के विदेश मंत्री मंत्री अब्बास अराघची भी शामिल होंगे, लेकिन लेकिन सुरक्षा कारणों से वह अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएंगे. इजरायली हमले की आशंका के चलते नसरल्लाह की जनाजे की नमाज प्रतीकात्मक होगी. वहीं, आज के दिन इजरायल के लिए बड़ा दिन होने वाला है.