बिहार के केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब किसी भी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा।
इसके बाद बीजेपी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने वित्त मंत्री की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि जब लालू और नीतीश केंद्र में ताकतवर मंत्री थे, तब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिला पाए?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि केंद्र अब किसी भी राज्य की विशेष दर्जे की मांग पर विचार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि यह वित्त आयोग की राय है। बता दें कि बिहार और ओडिशा जैसे राज्यों की ओर से लंबे समय से विशेष दर्जे की मांग की जा रही है। पिछले दिनों बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए भी यह मांग दुहराई थी।
बीजेपी का लालू-नीतीश पर हमला
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम एवं बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने वित्त मंत्री की बातों का समर्थन किया। उन्होंने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि निर्मला सीतारमण ने विशेष राज्य के मुद्दे पर वही कहा, जो वित्त आयोगों की राय थी। जब लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार केंद्र में ताकतवर मंत्री थे, तब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिला पाए?
सुशील मोदी ने कहा कि यूपीए कार्यकाल में नीतीश कुमार की पहल पर तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने विशेष राज्य के मुद्दे पर इंटर मिनिस्ट्रियल ग्रुप बनाया था। रघुराम राजन कमेटी ने भी इस पर विचार किया था। ग्रुप और कमेटी, दोनों ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग स्वीकार नहीं की थी। 14 वें और 15 वें वित्त आयोग की रिपोर्ट ने तो विशेष राज्य की अवधारण को ही खारिज कर दिया। वित्त मंत्री ने यही बात दोहराई।
उन्होंने कहा कि इन तथ्यों की अनदेखी कर नीतीश कुमार का बार-बार विशेष राज्य की मांग करना अपनी विफलता पर पर्दा डालने की कोशिश है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बिहार को 1.40 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज के रूप में जो सहायता दी, वह विशेष दर्जा से अधिक लाभकारी है। राज्य सरकार विशेष पैकेज की योजनाएं लागू करने के लिए जमीन नहीं उपलब्ध करा पाई।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में बजट पेश किए जाने के बाद नीतीश कुमार ने एक के बाद लगातार सात ट्वीट किए. इनमें सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार को इस बजट से निराशा हाथ लगी है. इसके अलावा युवाओं को रोजगार देने का खाका भी बजट में नहीं दिख रहा है.
नीतीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, “केन्द्र सरकार द्वारा पेश किया गया आम बजट निराशाजनक है. इसमें दूरदृष्टि का अभाव है. हर वर्ष बजट की प्राथमिकताएं बदल दी जाती हैं, जो फोकस और निधि के अभाव में पूरी नहीं हो पा रही हैं.”