
मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र में पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की संयुक्त कार्रवाई ने शराब के अवैध कारोबार से जुड़े एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश कर दिया है। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस को 80 करोड़ रुपये के शराब कारोबार का हिसाब-किताब दर्ज करने वाली डायरी मिली, जो जिले के कुख्यात शराब माफिया सुजीत मिश्रा से जुड़ी बताई जा रही है।
देशभर में फैला नेटवर्क
सकरा थानेदार राजू कुमार पाल के अनुसार, सुजीत मिश्रा पर झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और चंडीगढ़ से शराब मंगाकर मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में सप्लाई करने का आरोप है। पुलिस को आशंका है कि वह शराब के एक बड़े सिंडिकेट का सक्रिय सदस्य है।
सुजीत के साथ उसका भाई बबलू मिश्रा और भरत भूषण भी इस अवैध कारोबार में शामिल बताए जाते हैं। तीनों भाइयों को पहले भी पुलिस ने शराब कांड में गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
कई थानों में दर्ज मामले
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, सुजीत मिश्रा पर शराब कारोबार से जुड़े छह अलग-अलग केस दर्ज हैं, जबकि मुखिया पति बबलू मिश्रा के खिलाफ दो केस दर्ज हैं। भरत भूषण पर भी शराब से संबंधित कई मामले चल रहे हैं। ईडी की छापेमारी के बाद बुधवार रात पुलिस ने सुजीत को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू की, जिसमें शराब सप्लायरों के नेटवर्क और अन्य राज्यों से जुड़ी जानकारियां ली जा रही हैं।
बताया जा रहा है कि सुजीत मुशहरी, बेला और कांटी थाना क्षेत्रों में भी शराब कांड की जांच के दायरे में है।
जिले के आठ करोड़पति शराब माफिया
पुलिस का कहना है कि जिले में आठ ऐसे बड़े शराब कारोबारी हैं, जिन्होंने इस धंधे से करोड़ों की संपत्ति बनाई है। इनमें चुन्नू ठाकुर, रवि सहनी, मिथिलेश सिंह, सूरज गुप्ता, सुजीत मिश्रा, बबुआ डॉन, अमित कुमार आदि शामिल हैं।
मिठनपुरा पुलिस ने 13 जनवरी 2022 को चुन्नू ठाकुर के सिंडिकेट से जुड़े अमित कुमार को गिरफ्तार किया था, जिसके पास से 100 करोड़ रुपये से अधिक का हिसाब रखने वाली तीन डायरियां मिली थीं। पुलिस अब इन सभी के खिलाफ संपत्ति जब्ती की कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
प. बंगाल और चंडीगढ़ से शराब सप्लाई
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि सुजीत मिश्रा पश्चिम बंगाल के उद्योगपति देवकी नंदन बिहानी के नेटवर्क से जुड़ा रहा है। 17 अप्रैल 2023 को बेला फेज-2 स्थित उनकी फैक्ट्री से एक करोड़ रुपये से अधिक की शराब बरामद की गई थी, जिसमें सुजीत समेत आठ कारोबारियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था।
इसके बावजूद सुजीत का गिरोह सक्रिय रहा और 28 दिसंबर 2024 को पारुल पैकेजिंग प्रा. लि. फैक्ट्री के सामने से चंडीगढ़ से आई शराब की बड़ी खेप जब्त की गई, जिसकी कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक थी।
मुखिया का बयान
बिशुनपुर बघनगरी की मुखिया बबिता कुमारी ने अपने बयान में कहा कि ईडी की कार्रवाई उनके या उनके पति बबलू मिश्रा के खिलाफ नहीं थी, बल्कि उनके देवर सुजीत मिश्रा के खिलाफ थी। उन्होंने कहा कि सुजीत और उसका परिवार भी उनके पैतृक मकान में ही रहते हैं, लेकिन ईडी की टीम को घर से कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली।