सारण :- जिले के पानापुर प्रखंड के मड़वा बसहिया बरकुरवा गाछी स्थित ब्रह्मस्थान के समीप चल रहे श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ के दौरान। प्रवचन कार्यक्रम के दौरान अनुराधा शास्त्री नें कही परमपिता परमात्मा की प्राप्ति के लिए सच्चे मनोभाव की जरूरत होती है। जब तक हमारे मन मे सच्चा भाव नही आएगा तबतक इंसान भटकता रहेगा।
श्रीकृष्ण के बाल लीला का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि जिस समय पूतना श्रीकृष्ण को मारने के लिए गई तो घट घट में विराज भगवान उसके मनोभाव को समझ गए थे। उन्होंने कहा कि अच्छे कपड़ो एवं गहनों से आच्छादित सुंदरता से कही मन की सुंदरता अच्छी है। क्योंकि मन की सुंदरता से ही ईश्वरत्व की प्राप्ति हो सकती है।
समय की महत्ता का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि हर कार्य का एक समय होता है एवं समय का सदुपयोग करनेवाला ही सफल होता है।