बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. बीते दिन चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था, जिसे लेकर लगातार विरोध किया जा रहा था.
वहीं, गुरुवार को भी शिक्षा मंत्री ने मीडिया के सामने आकर कहा कि वह अपने बयान पर कायम है. अब विवादित बयान को लेकर शिक्षा मंत्री पर दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल की ने चंद्रशेखर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. शिक्षामंत्री पर IPC की धारा 151A, 295, 298, 505 के तहत केस दर्ज किया गया है.
शिक्षामंत्री चंद्रशेखर पर केस दर्ज
हिंदू ग्रंथों पर विवादित बयान पर की गई शिकायत
सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल ने दर्ज कराई शिकायत
द्वारका साइबर थाने में दर्ज की गई शिकायत
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फूंका शिक्षा मंत्री का पुतला
रामचरितमानस ग्रंथ पर विवादित टिप्पणी देकर राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर बुरे फंसे हैं. बीजेपी ने शिक्षामंत्री चंद्रशेखर के बयान के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. मुजफ्फरपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शिक्षामंत्री का पुतला दहन किया सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर वार किये.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, शिक्षा मंत्री बुधवार को नालंदा खुला विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षांत समारोह में पहुंचे थे. जहां छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने रामचरितमानस को समाज को बांटने वाला ग्रंथ बता दिया. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि रामचरित मानस, मनु स्मृति पर विवादित बोल कहते हुए कहा कि इसमें लिखा है अधम जाति में विद्या पाए, भयहु यथा अहि दूध पिलाए. अधम का मतलब होता है ‘नीच’. यानि कि नीच जाति के लोगों को शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार नहीं था. उसमें कहा गया है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद जहरीले हो जाते हैं. जैसे कि सांप दूध पीने के बाद हो जाता है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एक युग में मनु स्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस तीसरे युग में गुरू गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट्स. ये तीनों चीजें हमारे देश में नफरत फैलाने का काम करती है.