
सारण : जिले के मशरक प्रखंड के शिक्षकों के द्वारा नीतीश सरकार के तुगलकी फरमान के विरोध में मशरक बाजार में मुख्यमंत्री नीतीश सरकार का अर्थी जुलूस निकाला गया। प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार के नेतृत्व में बीआरसी परिसर से निकला अर्थी जूलूस बाजार का भ्रमण करते हुए बीआरसी परिसर में पहुचा।
जहां गर्मजोशी के साथ सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए नीतीश सरकार का पुतला दहन किया गया। मौके पर शिक्षक नेता सुरेन्द्र कुमार सिंह, धर्मेन्द्र सिंह कुशवाहा, रहमत अली, सुनिल कुमार सिंह, शैलेंद्र सिंह मंटू, भरत साह, नवलकिशोर ओझा, संजय सिंह सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे। आपको बता दे कि बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार, शिक्षा विभाग का अजीबोगरीब पत्र से मशरक प्रखंड के शिक्षकों ने रविवार को गहरी नाराजगी जताई है।
पत्र में शिक्षकों को यह आदेश दिया गया है। कि शराब पीने वाले और उसकी आपूर्ति करने वाले लोगों की पहचान शिक्षक करेंगे और उसकी सूचना मध निषेध विभाग को देंगे । इस तुगलकी फरमान के विरोध में मशरक के शिक्षकों ने विरोध जताया। प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार की अगुवाई में बीआरसी परिसर में नीतीश सरकार का पुतला दहन किया गया और आदेश की प्रति को जलाकर विरोध जताया गया।
मौके पर शिक्षक संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि यह एक तुगलकी फरमान है जिसमें सरकार जानबूझकर शिक्षकों को मौत के मुंह में धकेलना चाहती है। जहां पूरे बिहार के पुलिस शराबियों और शराब बेचने वाले की पहचान नहीं कर पाई ,वहां राष्ट्र निर्माता जो कलम के सिपाही हैं इसकी पहचान कैसे कर पाएंगे। यदि करते हैं तो शराब माफियाओं के द्वारा उनकी जान माल का खतरा उत्पन्न हो जाएगा। राष्ट्र निर्माता शिक्षा दान करते हैं। ना कि शराबियों की पहचान करने का काम।